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मुठभेड़ में घायल जवानों को सरकार ने इलाज को दी सहायत राशि

नक्सलियों से मुठभेड़ में आठ जवान जख्मी हो गए। घायल जवानों को देर शाम एयर एंबुलेंस से रांची लाया गया।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 17 Nov 2017 10:30 AM (IST)Updated: Fri, 17 Nov 2017 04:11 PM (IST)
मुठभेड़ में घायल जवानों को सरकार ने इलाज को दी सहायत राशि

लातेहार, जेएनएन। छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में गुरुवार को लातेहार व छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के पिपराधाब में नक्सलियों से मुठभेड़ में आठ जवान जख्मी हो गए। घायल जवानों को देर शाम एयर एंबुलेंस से रांची लाया गया। यहां इन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में सीआरपीएफ 218 बटालियन के एएसआइ समेत छह, लातेहार जिला बल का एक और झारखंड जगुआर का एक जवान शामिल है। 

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इस बीच, लातेहार के बूढ़ा पहाड़ पर मुठभेड़ में जख्मी का हाल जानने के लिए शुक्रवार की सुबह  डीजीपी डीके पांडेय रांची के मेडिका अस्पताल पहुंचे।

वहीं, बुढ़ा पहाड़ में हुए मुठभेड़ में घायल हुए जवानों को इलाज के लिए झारखंड सरकार ने 50-50 हजार रुपये दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गृह सचिव ने घायलों से मुलाकात कर उन्हें 50-50 हजार का चेक सौंपा।

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आइजी आशीष बत्रा ने एक बयान जारी कर बताया कि बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों के खिलाफ जोरदार अभियान चल रहा है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ पुलिस के अलावा झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ व झारखंड जगुआर के जवान संयुक्त रूप से शामिल हैं। अभियान के क्रम में ही गुरुवार की दोपहर करीब सवा दो बजे नक्सलियों से जवानों की सीधी मुठभेड़ हो गई। नक्सलियों ने भारी संख्या में बारुदी सुरंग लगाया था, जिसे विस्फोट भी किया। इसके बावजूद झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ व झारखंड जगुआर के जवानों ने साहस का परिचय दिया और नक्सलियों के विरुद्ध जमकर कार्रवाई की। उक्त मुठभेड़ में कई नक्सलियों के हताहत होने व मारे जाने की आशंका है।

मुठभेड़ में सीआरपीएफ के छह, झारखंड पुलिस का एक और झारखंड जगुआर का एक जवान जख्मी हो गया। इनमें से ज्यादातर घायलों को इलाज के लिए हेलीकाप्टर से रांची लाया गया। मेडिका अस्पताल की रिपोर्ट की मानें तो सबके चेहरे पर स्पिलंटर लगे हैं। ज्ञात हो कि पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान बूढ़ा पहाड़ से नक्सलियों को खदेड़ने के अभियान में जुटे हैं। इसमें झारखंड और छत्तीसगढ़ पुलिस तथा सुरक्षा बलों के 2000 से अधिक जवान शामिल हैं। इनमें कुछ जवानों को मलेरिया हो गया है, जिनका इलाज गढ़वा और अन्य जिलों के अस्पतालों में चल रहा है। बूढ़ा पहाड़ इलाके में ही एक करोड़ के इनामी नक्सली अर¨वद ओर सुधाकरण छिपे हैं।

पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान उनसे आत्मसमर्पण कराने या मार गिराने का अभियान चला रहे हैं। इससे पहले 11 नंवबर को भी गारू के लाटू जंगल के चूल्हाटोंगरी में लैंड माइन विस्फोट में सीआरपीएफ 122वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट समेत चार जवान घायल हो गए थे।

जो हुए हैं घायल

सीआरपीएफ 218 बटालियन से

- एएसआइ आरके पांडियान

- अतुल तंबोली

- रमेश बिरोली

- निवास टेटे

- मुकेश कुमार

- एक अन्य

झारखंड जगुआर से

- दिलीप कुमार

लातेहार जिला बल

- कौशल कुमार रवि

कैप्टन ने दिखाया अदम्य साहस, दिया गया प्रशस्ति पत्र

पुलिस प्रवक्ता आइजी आशीष बत्रा ने बताया कि मुठभेड़ के क्रम में झारखंड पुलिस के कैप्टन शीलप्रिया वर्मा ने अदम्य साहस का परिचय दिया। उन्होंने घायलों को बड़ी विकट परिस्थिति में बूढ़ा पहाड़ से निकालकर रांची पहुंचाया। इस सराहनीय कार्य के लिए शीलप्रिया वर्मा को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र दिया। 

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