कोयला आधारित उद्योग से बनेगी बात
खनिज संपदा से परिपूर्ण लातेहार जिले में कोयला आधारित उद्योगों क
उत्कर्ष पाण्डेय, लातेहार : खनिज संपदा से परिपूर्ण लातेहार जिले में कोयला आधारित उद्योगों की स्थापना की मांग लंबे समय से होती रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता विधायक और सांसदों ने कई बार मामले को विधानसभा और लोकसभा तक में उठाया है। वही उद्योगों की स्थापना को लेकर कई बार स्थानीय स्तर के नेताओं ने वरीय अधिकारियों से लेकर तत्कालीन बिहार राज्य के मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन सौंपा है। लेकिन बदले में सिवाय आश्वासनों के इस दिशा में ठोस रणनीति के साथ कोई कवायद सरकारी स्तर पर नहीं शुरू हो सकी है। बिहार राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने कोलियरी के निकट कोयला आधारित उद्योग लगाने की बात कही थी। लेकिन झारखंड अलग राज्य निर्माण के बाद इस दिशा में कार्य नहीं हो सका।
20 वर्षों से भारी मात्रा में हो रहा कोयला का उत्पादन :
बीते 20 वर्षों के दौरान झारखंड खनिज विकास निगम लिमिटेड की ओर से संचालित सिकनी कोलियरी एवं सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी से वृहत पैमाने पर कोयले का उत्पादन होता है। अपने आप में विडंबना की बात यह है कि भारी मात्रा में कोयले का उत्पादन होने के बाद भी इलाके में कोयला आधारित उद्योग नहीं होने के कारण संपूर्ण कोयला देश के विभिन्न इलाकों में चला जाता है।
जिले का कोयला और मजदूर दोनों जाते हैं बाहर :
कोयला उत्पादक क्षेत्र होने के साथ-साथ लातेहार जिले को मजदूर प्रधान जिले के रूप में भी जाना जाता है। जिले से भारी मात्रा में रोजगार की तलाश में विभिन्न इलाकों में जाकर मजदूर कार्य करते हैं। जिन इलाकों में उद्योग लगे हैं वहां लातेहार जिले का कोयला भी जाता है और लातेहार जिले के मजदूर भी जाते हैं। ऐसे में यदि लातेहार जिले में कोयला आधारित उद्योगों की स्थापना कर दी जाए तो स्थानीय स्तर पर भारी मात्रा में प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिल जाएगा और कोयले का भी उपयोग होने से झारखंड राज्य को मोटी रकम राजस्व के तौर पर प्राप्त होगी। इसके अलावा उद्योगों की स्थापना से लातेहार जिले के साथ-साथ राज्य का देश भर में गौरव भी बढ़ेगा।
कोयला आधारित उद्योग के लिए शुरू हुई पहल : लातेहार के स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम ने देशव्यापी लॉक डाउन के कारण वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराए जाने को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की है। विधायक श्री राम ने मुख्यमंत्री को लातेहार की भौगोलिक स्थिति एवं कोयले की प्रचुरता के मद्देनजर जानकारी देकर कोयला आधारित उद्योगों की स्थापना से होने वाले रोजगार के सृजन एवं विकास दर की वृद्धि समेत कई मामलों पर विस्तृत सुझाव दिया है। विधायक के सुझाव पर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने इस दिशा में अभिलंब सार्थक पहल करने का आश्वासन भी दिया है।