मुख्यधारा से जुड़ें नक्सली नहीं तो पुलिस कर देगी सफाया: सीएम
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि शीघ्र सरेंडर नहीं करने वाले नक्सलियों को पुलिस ढूंढ ढूंढ कर मारेगी।
जागरण संवाददाता, लातेहार। पुलिस, प्रशासन, सुरक्षाबलों व ग्रामीणों के अथक प्रयास से सरयू क्षेत्र नक्सलमुक्त हुआ है। अब जरूरत इस क्षेत्र को संवारने की है। सरकार का इसके प्रति संकल्प पक्का है। शीर्ष माओवादी नेता अरविंद और दूसरे नक्सली जल्द आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा से जुड़ें। शीघ्र सरेंडर नहीं करने वाले नक्सलियों को पुलिस ढूंढ ढूंढ कर मारेगी। सरकार सरयू क्षेत्र में विकास की गंगा बहाएगी और ग्रामीणों को शीघ्र ही सभी माकूल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह बातें रविवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सरयू में कही। वह यहां सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।
इस क्रम में उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्र सरयू में सड़क पुल-पुलिया के लिए 61 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी। बरसात के बाद इसका काम शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले योग्य व इच्छुक नागरिकों को विभिन्न सरकारी सेवा में शीघ्र नौकरी देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ग्रामीणों को जाति, आवासीय, आय प्रमाणपत्र के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा। उन्हें ये सभी प्रमाणपत्र उनके घर पर उपलब्ध होंगे। पंचायत स्वयंसेवक इस कार्य में ग्रामीणों की मदद करेंगे। ग्रामीण भी इस कार्य मे अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।
नक्सल इलाकों में सहायक पुलिस होंगे नियुक्त:
सीएम ने कहा कि सरयू, गारू जैसे सुदूरवर्ती इलाकों में एक समय में जबदस्त उग्रवाद पनपा था। युवकों को व्यवस्था बदलने की बात कह बंदूक थमा दिया गया, लेकिन बंदूक से व्यवस्था नहीं बदलती, व्यवस्था लोकतांत्रिक पद्धति से बदलती है। व्यवस्था जनसहयोग से होने वाले विकास से बदलती है। कहा, सरकार ने 2017 तक झारखंड को उग्रवाद मुक्त राज्य घोषित करने का लक्ष्य तय किया गया है।
नक्सल प्रभावित प्रखंडों में राज्य सरकार 500 सहायक पुलिस को नियुक्त करेगी। जिसमें स्थानीय युवक युवतियों को अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास सचिव अमित खरे, पंचायती राज सचिव विनय कुमार चौबे, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल मौजूद थे।
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