जिले में दो दर्जन मरीजों में पाये गये डेंगू के लक्षण
संवाद सहयोगी, कोडरमा: जिले में मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या इन दिनों बढ़ती
संवाद सहयोगी, कोडरमा: जिले में मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या इन दिनों बढ़ती जा रही है। जिला प्रशासन को जल्द ही इसके रोकथाम व बचाव के उपाय किये जाने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि जिले में एक दर्जन से अधिक मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले हैं। सदर अस्पताल में जुकाम, खांसी, वायरल बुखार के मरीज तो बढ़े हैं, इससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या काफी भीड़ बढ़ी है। वहीं सदर अस्पताल स्थित जांच घर में हुये जांच के अनुसार दो दर्जन मरीजों की जांच की गई, इनमें डेंगू के करीब डेढ़ दर्जन मरीजों में लक्षण मिले हैं। डेंगू पॉजिटिव मरीजों में डेढ़ लाख से अधिक प्लेटलेट्स पाये गये, जो खतरा से बाहर बताये जा रहे हैं। वहीं सदर अस्पताल से कहीं ज्यादा झुमरीतिलैया के कई निजी क्लीनिक में डेगूं के मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। कहा जा सकता है कि कोडरमा जिले में डेगूं ने पांव पसार दिया है। समय रहते प्रशासन व आमजन अगर सचेत नहीं हुये तो ये आंकड़ा बढ़ सकता है। उल्लेखनीय है कि मलेरिया विभाग या नप क्षेत्र के के द्वारा समय समय पर फॉगिग नहीं कराया जाता है। जबकि नियमित साफ सफाई नहीं होने से ये जानलेवा बीमारियों दस्तक दे चुकी है। ::::::: क्या कहते हैं चिकित्सक :::::::::
सदर अस्पताल के चिकित्सक सह मलेरिया पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार ने कहा कि डेगूं के रोकथाम के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। तिलैया के कुछ क्षेत्रों में फॉगिग करवाया गया है अन्य क्षेत्रों में भी फॉगिग कराया जायेगा। लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। डॉ मनोज ने कहा कि मलेरिया टाइफाइड के मरीजों को डेंगू की जांच भी करानी चाहिये। उन्होंने बताया को प्लेटलेट्स की व्यवस्था कोडरमा में नहीं है, यही वजह है कि डेंगू के मरीजों के प्लेटलेट्स की कमी देख रांची रेफर कर दिया जाता है। सदर अस्पताल में इसके लिये कोई अलग से व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया के डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपता है, जमा पानी, कूलर, फ्रिज, व टायर में जमा पानी में ये ज्यादातर होते हैं। पानी जमने न दें। आस पास साफ सफाई रखने की जरूरत है।