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भाईजी तालाब में गंदगी का ढेर, खतरे में अस्तित्व

जिला मुख्यालय स्थित तालाब की स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है। तालाब में पूरी तरह से गंदगी भर चुकी है। वहीं गंदगी होने के कारण तालाब से बदबू आस पास के घरों तक पहुंच रही है। बदबू इस ़कदर है कि के तालाब के समीप रह रहे लोगों को रहना बहुत मुश्किल हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 06:24 PM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 06:24 PM (IST)
भाईजी तालाब में गंदगी का ढेर, खतरे में अस्तित्व
भाईजी तालाब में गंदगी का ढेर, खतरे में अस्तित्व

कोडरमा : जिला मुख्यालय स्थित तालाब की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। तालाब में पूरी तरह से गंदगी भर चुकी है। वहीं गंदगी होने के कारण तालाब से बदबू आस पास के घरों तक पहुंच रही है। बदबू इस कदर है कि तालाब के समीप रह रहे लोगों का रहना बहुत मुश्किल हो गया है। जिला प्रशासन द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। नदी-तालाब की साफ सफाई के साथ तालाब के गहरीकरण का कार्य कराया जा रहा है। आसपास पेड़ लगाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर स्थित भाईजी आहर की स्थिति चिराग तले अंधेरा जैसी है। कोडरमा नगर पंचायत के वार्ड 6 में स्थित समाहरणालय से बिल्कुल करीब इस तालाब के चारो ओर गंदगी फैली हुई है, इसके कारण स्थानीय लोग आए दिन बीमार हो रहे हैं। इतना ही नहीं, गंदे पानी के कारण आसपास में जमीन से निकलने वाला पानी भी दूषित हो रहा है। तालाब के गंदे पानी में मच्छर और जहरीले कीट पैदा हो गए हैं, जिससे गंभीर बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं सुंदरनगर के सामने से दो छोटे नालों का गंदा पानी तालाब में ही गिरता है। साथ ही इस तालाब में जानवरों को धोने का काम भी किया जाता है, जिस कारण तालाब का पानी दूषित ही गया है। इन सभी समस्याओं को लेकर स्थानीय मो शाहिद, रमाशंकर प्रसाद सहित अन्य लोगों ने •िाले के अधिकारी व नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को शिकायत भी की है। पर कोडरमा नगर पंचायत के द्वारा अब तक तालाब की सफाई नहीं कराई गई है और न ही आसपास के तालाब में गंदगी फैलाने से रोकने की दिशा में कोई कदम उठाए गए हैं। तालाब के चारों ओर गंदगी और पानी दूषित होने से स्थानीय लोगों में काफी रोष है। खासकर नगर पंचायत के अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के इस रवैये से लोग दुखी हैं। सरकार ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जल संचय के लिए तालाब खुदवाने, वाटर हार्वेस्टिग सहित कई प्रकार की योजनाएं चला रही है। पर इस तालाब की दुर्दशा की तरफ •िाला प्रशासन व नगर पंचायत का कोई ध्यान नहीं है। समय रहते इस तालाब की साफ सफाई या देखभाल नहीं किया गया तो भाईजी तालाब का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। ----------------

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मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया था। आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है। वस्तुस्थिति का पता लगाकर तालाब को बचाने के लिए हरसंभव उपाय किए जाएंगे।

-जितेंद्र कुमार जैसल, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद, झुमरीतिलैया।


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