पारा शिक्षकों को स्थायी करे या सामूहिक बर्खास्त करे सरकार
राज्य के पारा शिक्षकों की स्थायीकरण को लेकर लगातार सरकार द्वारा अस्वासन सिर्फ उन्हें गुमराह करना साबित हो रहा है, जिसका प्रमाण शिक्षा सचिव की बुलाई बैठक में बड़े उम्मीद से गए पारा शिक्षकों के नेताओं को निरास होकर खाली हांथ लौटना पड़ा। जब सचिव के द्वारा महज दो से तीन सौ की बढ़ोतरी की बात रखी गई। इसके खिलाफ पारा शिक्षकों द्वारा एक बार फिर जबरदस्त आंदोलन करने की रूप रेखा तैयार की जा रही है।
झुमरीतिलैया (कोडरमा): राज्य के पारा शिक्षकों के स्थायीकरण को लेकर सरकार से वार्ता विफल होने के बाद पारा शिक्षकों ने आंदोलन की घोषणा कर दी है। इसी क्रम में शनिवार को एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय बैठक कोडरमा जिले के झुमरीतिलैया शहर स्थित साहू धर्मशाला में शनिवार को आयोजित हुई। बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश के नेता संजय कुमार दुबे उपस्थित थे। बैठक में गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, चतरा , रामगढ़ व कोडरमा जिला के पदाधिकारी गण उपस्थित थे। बैठक में वक्ताओं ने संबोधित करते हुए संजय कुमार दुबे ने कहा कि सूबे के पारा शिक्षक विगत पंद्रह वर्षों से शोषित हैं। राज्य में पहली बार एक सशक्त सरकार के गठन व बीजेपी के चुनावी घोषणा पत्र से पारा शिक्षक काफी आशान्वित थे। कोडरमा से मुख्यमंत्री आवास रांची तक पदयात्रा के बाद सरकार ने पारा शिक्षकों को बरगलाने व सुनियोजित तरीके से मुख्यसचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाई, जो मुख्य सचिव की वार्ता से स्पष्ट हो जाता है जिसमें सेवा स्थायी करने की बात को नकारते हुए सिर्फ आंशिक मानदेय बढ़ाने पर सरकार सोच रही है। यह बिल्कुल पारा शिक्षकों के साथ छलावा है। वहीं 15 नवंबर स्थापना दिवस को कोडरमा जिला सहित उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के सभी पारा शिक्षक व शिक्षिका रांची जाएंगे। सरकार को स्पष्ट कह दिया गया है कि सरकार अपनी हठधर्मिता को छोड़कर राज्यहित में अन्य राज्यों की भांति पारा शिक्षकों की सेवा नियमित करें। वहीं बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित राज्य नेतृत्वकर्ता संजय दुबे ने दो टूक में कहा की राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सेवा स्थायी करने की घोषणा करें या एकमुश्त राज्य के तमाम पारा शिक्षकों को बर्खास्त करें। बैठक की अध्यक्षत विजय कुमार पांडेय ने की, जबकि संचालन बीरेन्द्र राय ने किया। बैठक में नारायण महतो, अश्विनी ¨सह, कृष्णा पाश्वान, शंकर प्रसाद, जितेंद्र कुमार, ध्रुवनाथ शर्मा, सुखदेव हाजरा, प्रसन ¨सह, संजय पांडेय,प्रदीप पाण्डेय,मनोज राणा ,सुभाष ¨सह , खूबलाल यादव, सुरेश यादव, कैलाश राम,सकलदेव राम , दामोदर यादव,अमित कुमार,सुखदेव राणा आदि उपस्थित थे।