विजातीय से विवाह करने पर बेटी की हत्या, पुलिस ने श्मशान से उठाया शव
झूठी शान के नाम पर जन्म देने वाले मां-बाप ने ही अपने हाथों से गला दबाकर बेटी को मौत की नींद सुला दिया।
जागरण संवाददाता, कोडरमा। विजातीय लड़के से प्रेम विवाह की कीमत एक युवती को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। झूठी शान के नाम पर जन्म देने वाले मां-बाप ने ही अपने हाथों से गला दबाकर बेटी को मौत की नींद सुला दिया। झारखंड के कोडरमा जिले के मदनगुंडी गांव में यह घटना घटी।
किशुन साव की पुत्री सोनी कुमारी (18) अपने गांव के ही युवक प्रदीप शर्मा (पिता महेंद्र शर्मा) के साथ 16 मार्च को घर से भाग गई। 18 मार्च को राजस्थान के भिवंडी स्थित एक मंदिर में दोनों ने शादी रचा ली। परिजनों को मामले की जानकारी होने के बाद स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि भुनेश्वर पंडित की पहल पर रविवार को सोनी अपने पति के साथ गांव लौटी। इसके बाद वह अपने पिता के घर चली गई। सोमवार की रात सोनी को उसके परिजनों ने कहा कि वह यह विवाह भूल जाए। पंचायत में यह स्वीकार करे कि जिससे उसने शादी की है उससे वह कोई संबंध नहीं रखेगी। सोनी ने ऐसा करने से इन्कार किया तो उसकी पिटाई की गई। फिर भी उसने यह बात नहीं मानी तो मां-बाप और चाचा ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
मंगलवार की सुबह सोनी के परिजन उसके शव को लेकर श्मशान पहुंचे। उनकी मंशा थी कि चुपचाप अंतिम संस्कार कर दिया जाए ताकि कोई सुबूत न रहे। इसकी सूचना पुलिस को मिल गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए श्मशान से शव को अपने कब्जे में ले लिया। बाद में एसपी शिवानी तिवारी के निर्देश पर मृतका के माता-पिता, पति व अन्य परिजनों को थाना लाया गया। थाना में एसपी की पूछताछ में सोनी की माता दुलारी देवी, पिता किशुन साव व चाचा सीताराम साव टूट गए और हत्या की बात स्वीकार कर ली। सोनी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है।