चूहों की सरकार को चूहेदानी में डालिए
देश में व्याप्त मंदी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम हेमंत सोरण ने लोगों से बैंकों से दूर रहने की सलाह दी। कहा कि कब किस बैंक से कौन गुजराती नोट उड़ा दे यह कहना मुश्किल है। लगातार बैंक बंद हो रहे है। इसलिए पैसा बैंकों में रखने के बजाय जमीन के अंदर गाड़ के रखिये। उसमें भी खतरा कम नहीं है। अचानक टीवी पर एक आदमी आकर कहेगा की पुराने नोट बंद किये जा रहे है।
कोडरमा : पूर्व मुख्यमंत्री झामुमो अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य की हालात बद से बदतर है। रघुवर सरकार ने इन 5 वर्षों में सिर्फ भ्रष्टाचार व अत्याचार ही किया है। वर्तमान व्यवस्था ने राज्य को कुतरने का काम कर रहा है। नतीजा राज्य 15-20 साल पीछे चला गया। पाप इतना भर गया है कि पूरी कैबिनेट के कुनबा पदाधिकारियों के साथ-साथ अब लूट में जानवरों को भी भागीदार बना रहे है। सोरेन शुक्रवार की शाम कोडरमा प्रखंड मैदान में बदलाव यात्रा के दौरान सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हालात यह है कि सीएम उदघाटन करते हैं और दूसरे दिन करोड़ों की योजना बह जाती है। आरोप चूहों पर लगता है। ऐसी सरकार व कैबिनेट के कुनबे को चुहेदानी में डालकर छतीसगढ़-यूपी फेंकने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में गुंडागर्दी, जंगल राज चल रहा है। चारो तरफ निराशा का आलम है। हर तरफ घूसखोरी व लूट का आलम है। बिना घूस के जनता का एक काम नहीं हो रहा है। राज्य व केंद्र सरकार की सभी योजनाओं में भ्रष्टाचार जमकर है। कहा कि पीएम आवास के नाम पर जेल की कोठरी जैसा कमरा बनवाया जा रहा है। उनकी सरकार बनी तो सभी सुविधाओं से युक्त आवास बनवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवास योजना में कमीशनखोरी ऐसा कि बिना कर्ज के लोग आवास पूरा तक नहीं करवा पा रहें हैं। राज्य में 20 से 25 हजार लाभुकों पर एफआईआर कर दिया गया है। आयुष्मान भारत योजना में फर्जी अस्पतालों को सूचिबद्ध कर दिया गया। मुफ्त इलाज के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है। राज्य में बीमा के नाम पर भी भ्रष्टाचार चल रहा है। बीमा कंपनियों को सरकार ने 750 करोड़ रूपया दे दिया है, जबकि दावा के रूप में मात्र 73 करोड़ रूपया वापस आया है। हालात अघोषित इमरजेंसी जैसा है। यहां सरकार से किसी भी तरह का सवाल पूछा नहीं जा सकता है। यहां की मंत्री जिदा को ही माला पहना देती है
कोडरमा : पूर्व सीएम ने स्थानीय विधायक सह मंत्री का नाम लिये वगैर कहा कि कोडरमा की मंत्री का कहानी भी अलबेला है। जिदा को ही माला पहना देती है। बाहरी लोगों के बहाली के सवाल पर कहती है कि राज्य के लोगों में काबिलियत नहीं। हजारों करोड़ की गड़बड़ी में भारत सरकार को चिठ्ठी लिखती है। सीएम पर भी इन्हें भरोसा नहीं है। रघुवर सरकार का पूरा कैबिनेट ही लूट में शामिल है। बिना घूस के कोई भी काम नहीं होता है। यहां स्कूल से ज्यादा शराब के ठेके
कोडरमा : पूर्व मंत्री ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में स्कूल बंद हो रहा है। यहां अब स्कूल से ज्यादा शराब के ठेके हो गए हैं। प्राईवेट विद्यालयों को भी बंद करने की तैयारी है, जहां गांवों के बच्चे पढ़ते है। इन्हें अमेरिका-फ्रांस जैसा स्कूल चाहिए। इनके पास पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी कर्मियों, होमगार्ड को पैसे देने के लिए नहीं है, जबकि करोड़ों का पंडाल बनवाया जा रहा है। योग की जरूरत पेट व नोट वालों को है
कोडरमा : पूर्व सीएम ने कहा लोगों को पकड़कर फिट रहने के लिए पीएम का संदेश सुनाया जा रहा है। जबरन योग करवाया जा रहा है। योग की जरूरत उसको को है जो मोटा पेट लेकर सिर्फ नोट गिनता है। यहां पेट में अनाज नहीं। भूख की नौबत वालों को योग की आवश्यकता नहीं। योग के नाम पर भी लूट का आलम है। बैंक में नहीं मिट्टी में पैसा गाड़कर रखिए
कोडरमा : देश में व्याप्त मंदी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने लोगों से बैंकों से दूर रहने की सलाह दी। कहा कि कब किस बैंक से कौन गुजराती नोट उड़ा दे यह कहना मुश्किल है। लगातार बैंक बंद हो रहे है। इसलिए पैसा बैंकों में रखने के बजाय जमीन के अंदर गाड़ के रखिए लेकिन उसमें भी खतरा कम नहीं है। अचानक टीवी पर एक आदमी आकर कहेगा की पुराने नोट बंद किए जा रहे हैं।