माता के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की हुई पूजा
प्रखंड के मरकच्चो जामु डूमरडीहा नई टांड विचरिया नाव
संवाद सूत्र, मरकच्चो (कोडरमा): प्रखंड के मरकच्चो, जामु ,डूमरडीहा ,नई टांड ,विचरिया ,नावाडीह 1 बरवाडीह ,खेशमी, देवीपुर, राजा रायडीह,नावाडीह 2,पपलो समेत कई गांव के दुर्गामंडपों में शारदीय दुर्गा पूजा को लेकर माहौल भक्तिमय हो गया है। गुरुवार को मरकच्चो दुर्गा मंडप समेत प्रखंड के विभिन्न गांवों में दुर्गा मंडपों एवं घरों में माता के छठे स्वरूप मां कात्यायनी माता की पूजा-अर्चना विधि-विधान व मंत्रोच्चार के साथ हुई। इस संबंध में मरकच्चो दुर्गा मंडप में बनारस से आए पुजारी विनय कुमार पांडे ने श्रद्धालुओं को बताया कि शारदीय दुर्गा पूजा के छठे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप माता कात्यायनी की पूजा होती है। यह दुर्गा मां का छठा अवतार है। शास्त्रों के अनुसार मां कात्यायनी कात्यायन ऋषि की पुत्री थी। इसी के चलते इस देवी का नाम कात्यायनी पड़ा। मां कात्यायनी की पूजा अति फलदायी नहीं मानी गई है। मान्यता के अनुसार अगर माता कात्यायनी की पूजा की जाए तो विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। अगर भक्त मां की सच्चे मन से आराधना करता है तो मां की आज्ञा से उसे सिद्धियां मिलती हैं।