गांव के किसान अब बेच रहे ऑनलाइन उत्पाद
समय के साथ-साथ किसान भी अब हाईटेक की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। किसान अपनी उपज का सही लाभ लें इसका प्रयास हो रहा है। बहुत हद तक असर भी अब दिखने लगा है। किसानों के बीच जागरूकता व विभाग के प्रयास से फसलों के उपज का सही लाभ किसानों को मिलने लगा है। वर्ष 2016 में शुरू की गई राष्ट्रीय कृषि बाजार समिति का इलेक्ट्रानिक मार्केट पोर्टल ई-नाम किसानों के बदलाव के दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। बाजार समिति द्वारा संचालित सरकार के इस महत्वपूर्ण योजना का उद्देश्य किसानों को बिचौलियों से बचाने के साथ-साथ उत्पादों का सही मूल्य दिलाना है। इसके लिए किसानों का निबंधन ई-नाम पोर्टल में करवाया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, कोडरमा :
समय के साथ-साथ किसान भी अब हाईटेक हो रहे हैं। किसानों के बीच जागरूकता व विभाग के प्रयास से फसलों की उपज का सही लाभ किसानों को मिलने लगा है। वर्ष 2016 में शुरू की गई राष्ट्रीय कृषि बाजार समिति का इलेक्ट्रानिक मार्केट पोर्टल ई-नाम किसानों के बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। बाजार समिति द्वारा संचालित सरकार के इस महत्वपूर्ण योजना का उद्देश्य किसानों को बिचौलियों से बचाने के साथ-साथ उत्पादों का सही मूल्य दिलाना है। किसानों की जागरूकता बढ़ी और अब अब तक जिले के 5277 किसान निबंधन करवाकर ई-मार्केटिग का लाभ ले रहे हैं। किसानों के निबंधन में कोडरमा राज्य में दूसरे पायदान पर है। जबकि इस दौड़ में सबसे आगे पाकुड़ जिला के किसान है। कोडरमा जिले में पिछले वित्तीय वर्ष इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केटिग में व्यापार का दायरा बढ़कर 80 लाख तक पहुंच गया। वहीं चालू वित्तीय वर्ष किसानों के निबंधन पर खास जोर दिया गया। फिर भी अब तक 18 लाख से ज्यादा का उत्पाद किसान बेच चुके हैं। अब किसान इंटर मंडी ट्रेडिग भी करने लगे हैं। इससे सीधे किसानों को फायदा पहुंच रहा है।
प्रधानमंत्री द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई ई-नाम पोर्टल से अब अधिक से अधिक किसानों को जोड़ने व जागरूक करने पर जोर दिया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा निबंधित किसानों के खाते में 2-2 हजार रुपये का आर्थिक अनुदान भी किसानों को दिया गया है। ऐसे में किसानों को उत्पादों का अधिकतम लाभ हो इसके लिए ट्रेडरों को भी ई-नाम से निबंधित किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा ई-नाम में निबंधित किसानों को एंड्राईड मोबाईल दी जा रही है।
जिला कृषि विभाग को करीब 3600 निबंधित किसानों को मोबाइल देने की सूचना मिली है। चंदवारा के किसान अशोक कुमार, धर्मेंद्र साव, संतोष साव, नवीन कुमार आदि ने बताया कि वे टमाटर, पपीता, अरहर, धान आदि की बिक्री ऑनलाइन तरीके से कर चुके हैं, जिसका भुगतान उनके खाते में आया। इंटर मंडी ट्रेडिग किसानों के लिए कारगर
कोडरमा: जिले में 34 व्यापारियों का इंटर मंडी ट्रेडिग के लिए निबंधन किया गया है। जबकि इंटर मंडी ट्रेडिग की शुरुआत होने से किसानों को राज्य के अन्य बाजार में भी उत्पाद बेचने का मौका मिल सकेगा। वहीं इस वर्ष अब तक 54.70 क्विटल उत्पाद किसानों ने ई-नाम के माध्यम से बेचे है। इसमें 18.46 लाख डिजिटल ट्रांजेक्शन के माध्यम से राशि किसानों के खाते में भेजी गई है। एप के माध्यम से भी कर सकेंगे कारोबार
कोडरमा: किसानों की सुलभता के लिए सरकार ने ई-नाम एप भी लागू किया है। इस एप के माध्यम से निबंधित किसान उत्पादों के विभिन्न मंडियों में दर-भाव की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। जिला स्तर पर एप का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। किसान के साथ-साथ निबंधित व्यापारी भी एप के माध्यम से उत्पाद खरीद सकेंगे। लाभ ले रहें है किसान: सचिव
कोडरमा: बाजार समिति के सचिव रवि रंजन ने बताया कि ई-नाम किसानों के लिए बेहतर साबित हो रहा है। सरकार का उद्देश्य किसानों को नुकसान से बचाना है। बड़ी संख्या में किसान इस पोर्टल में निबंधन करवा रहें है। किसानों को डिजिटल पेमेंट का लाभ भी मिल रहा है। इससे किसानों के उत्पाद में बिचौलियागिरी पर पूरी तरह अंकुश लगेगा।