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नया अस्पताल बनकर है तैयार, पुरानी बाउंड्री में खर्च कर दिए 8.5 लाख

जागरण संवाददाता कोडरमा सरकारी राशि के दुरुपयोग व निजी हित के लिए खर्च का एक नायब मा

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 06:59 PM (IST)
नया अस्पताल बनकर है तैयार, पुरानी बाउंड्री में खर्च कर दिए 8.5 लाख
नया अस्पताल बनकर है तैयार, पुरानी बाउंड्री में खर्च कर दिए 8.5 लाख

जागरण संवाददाता, कोडरमा : सरकारी राशि के दुरुपयोग व निजी हित के लिए खर्च का एक नायब मामला जिले के चंदवारा प्रखंड में सामने आया है। यहां स्वास्थ्य केंद्र के नया भवन का कार्य बाउंड्री सहित चल रहा था, ठीक उसी समय पुराने जर्जर भवन की चारदीवारी में 8.5 करोड़ का कार्यादेश बिना किसी तरह के टेंडर के एक व्यक्ति को दे दिया गया। जबकि नियमानुसार इस मद की राशि से पुराने भवन का कायाकल्प करना था। इस मामले में कोडरमा सह चंदवारा प्रखंड के पूर्व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रंजीत कुमार को स्पष्टीकरण किया गया है। गत 16 नवंबर को कोडरमा उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में यह स्पष्टीकरण कोडरमा के सिविल सर्जन द्वारा किया गया है। दरअसल बैठक में यह बात सामने आई थी कि कायाकल्प के मद से निर्धारित चेकलिस्ट के अनुसार पुराने स्वास्थ्य केंद्र के भवन का कायाकल्प न कराकर करीब 8.5 लाख की लागत से यहां की बाउंड्री करवा दी गई। जबकि इस मद में करीब 10 लाख रुपये प्राप्त हुए थे। पुराने स्वास्थ्य केंद्र भवन की जर्जर हालत के कारण नए स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। बैठक में इस परिस्थिति में कायाकल्प की राशि से बाउंड्री कराए जाने को उचित नहीं माना गया। साथ ही बताया गया कि ऐसा सरकार के निर्देश के भी विरुद्ध है। बैठक में डीसी के निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन से चंदवारा सह कोडरमा के पूर्व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी 72 घंटे के भीतर मामले में अपना पक्ष स्पष्ट करने हेतु पत्र जारी करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। पूर्व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार वर्तमान में गिरिडीह जिला के तिसरी प्रखंड में पदस्थापित हैं। क्या कहते हैं डा. रंजीत कुमार :

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इस संबंध में पूछे जाने पर पूर्व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रंजीत कुमार ने कहा कि उनके द्वारा कुछ भी नियम विरुद्ध या गलत नीयत से नहीं किया गया है। बाउंड्री उस समय की जरूरत है। नए स्वास्थ्य केंद्र भवन के निर्माण के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। बाउंड्री के कार्य के विरुद्ध मात्र 2.5 लाख रुपये का भुगतान उनके द्वारा किया गया है। अभी भी संबंधित कार्य एजेंसी को भुगतान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कोविड की परिस्थिति के कारण नोटिस बोर्ड टेंडर करके कार्य आवंटित किया गया था।


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