झारखंड के कोडरमा में अवैध ब्लू स्टोन खदान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
अवैध उत्खनन के खिलाफ गुरुवार को कोडरमा जिला प्रशासन व वन विभाग ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की।
कोडरमा, जेएनएन। कोडरमा जिले के इंदरवा लोकाई वन्य प्राणी आश्रयणी क्षेत्र में पिछले ढाई दशक से चल रहे अवैध उत्खनन के खिलाफ गुरुवार को कोडरमा जिला प्रशासन व वन विभाग ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की। इस क्षेत्र में वर्षों से संचालित दर्जनों ब्लू स्टोन की खदानों को पुलिस, प्रशासन व वन विभाग की टीम ने भारी नुकसान पहुंचाया। खदानों के बाहर लगे जेनरेटर, कंप्रेसर मशीन, वाटर डिलिवरी पाइप, तार आदि को जब्त कर लिया गया और खदानों के बाहर बने कॉटेज को ध्वस्त कर दिया गया। यहां लगभग 100 से अधिक खदानें अवैध रूप से संचालित हैं।
कार्रवाई के लिए एसडीओ प्रभात कुमार बर्दियार, एसडीपीओ अनिल शंकर, डीएफओ, माइनिंग अफसर व अन्य पदाधिकारियों के नेतृत्व में 200 से अधिक पुलिस के जवान व महिला पुलिस की टीम को लगाया गया था। अभियान में कोडरमा, डोमचांच, ढाब, नवलशाही थाना क्षेत्र के पदाधिकारियों व जवानों को भी लगाया गया था। अभियान के दौरान यहां की खदानें 2 से 300 फीट गहरी पाई गई। सभी खदानें अंडर ग्राउंड थी। खदानों के बाहर पत्थर व मलबे का ढेर लगा था। कार्रवाई के दौरान पुलिस के जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी की थी। वहीं, सड़क व गांव के सभी एंट्री पॉइंट में जवानों की मोर्चाबंदी थी। इससे पहले भी कई बार पुलिस प्रशासन ने यहां चल रहे अवैध खदानों के खिलाफ कार्रवाई की थी, लेकिन ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध में पथराव आदि के कारण पुलिस प्रशासन को कई बार पीछे हटना पड़ा था। लेकिन इस बार तैयारी काफी जबरदस्त थी। इस कारण ग्रामीण किसी तरह की विरोध प्रदर्शन नहीं कर पाए। पुलिस टीम वहां से जेनरेटर, कंप्रेसर पाइप आदि को जब्त कर लाई है।
इस अभियान में दो बड़े जेसीबी को लगाया गया था। हालांकि गांव के एक तरफ ग्रामीणों की भीड़ घटना के विरोध में जमा थी, लेकिन सशस्त्र बल की मोर्चाबंदी को देख लोग कोई हरकत नहीं कर पाए। हालांकि अभियान के दौरान किसी भी खदान को ध्वस्त नहीं किया गया है। ऐसे में संभावना है कि बाद में फिर यहां लोग अवैध उत्खनन कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि इस इलाके में चमकीले ब्लू स्टोन पत्थर की बड़े पैमाने पर माइनिंग होती है। इस पत्थर का उपयोग आभूषण में किया जाता है। जयपुर की पत्थर मंडी में इसकी काफी डिमांड है। धंधे में शामिल लोग पत्थरों का उत्खनन कर बड़े पैमाने पर जयपुर व इसके आसपास भेजने का काम करते हैं।