Move to Jagran APP

नन्हे रोजेदार भी कर रहे अमन-चैन की दुआ

रमजान में बड़ों के साथ छोटे बच्चे भी रोजा रखकर खुदा की इबादत करने में पीछे नहीं है। मासूम रोजा रखकर पांच वक्त का नमाज अदा कर खुदा का सजदा कर रहे हैं। सेहरी और इफ्तार भी समय पर कर रहे हैं। प्रखंड में सैकड़ों ऐसे बच्चे हैं जो पहली बार रोजा रख नियम का पालन भी कर रहे हैं। ये भूखे-प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। वहीं मस्जिद-ए-अक्सा के मौलाना शेर मोहम्मद मिस्बाही ने बताया कि सामान्य रूप से 15 वर्ष या उससे ऊपर के किशोरों को रोजा रखने का प्रावधान है। यदि पांच वर्ष या उससे बड़े बच्चे रोजा रखते हैं तो उन्हें अल्लाह की नजदीकी जल्दी मिल जाती है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 08:20 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 06:16 AM (IST)
नन्हे रोजेदार भी कर रहे अमन-चैन की दुआ
नन्हे रोजेदार भी कर रहे अमन-चैन की दुआ

तोरपा : रमजान में बड़ों के साथ छोटे बच्चे भी रोजा रखकर खुदा की इबादत करने में पीछे नहीं है। मासूम रोजा रखकर पांच वक्त का नमाज अदा कर खुदा का सजदा कर रहे हैं। सेहरी और इफ्तार भी समय पर कर रहे हैं। प्रखंड में सैकड़ों ऐसे बच्चे हैं, जो पहली बार रोजा रख नियम का पालन भी कर रहे हैं। ये भूखे-प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। वहीं मस्जिद-ए-अक्सा के मौलाना शेर मोहम्मद मिस्बाही ने बताया कि सामान्य रूप से 15 वर्ष या उससे ऊपर के किशोरों को रोजा रखने का प्रावधान है। यदि पांच वर्ष या उससे बड़े बच्चे रोजा रखते हैं तो उन्हें अल्लाह की नजदीकी जल्दी मिल जाती है। बच्चों के रोजा रखने का पुण्य उनके माता-पिता को मिलता है। उल्लेखनीय हो की कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के चलते इस बार रमजान माह में मस्जिद के बजाय लोग अपने घरों में रोजा रखकर नमाज अदा कर रहे हैं।

loksabha election banner

---------------------

हम खुदा की इबादत कर लोगों की भलाई और अपने भारत देश सहित पूरे विश्व से कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को समाप्त कर देने की दुआ कर रहे हैं।

-सुफियान राजा

---------------

रमजान माह में रोजा रखने से अल्लाह ताला खुश होते हैं। इस दौरान हम सुबह सेहरी और शाम में इफ्तार करते हैं। रोजा सभी को रखना चाहिए। रोजा रखकर हम कोरोना को दूर करने की अल्लाह से दुआ कर रहे हैं।

-जैनब खान

---------------------

रमजान का महीना काफी अहम होता है। हम इस महीने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। सेहरी और इफ्तार करने से रोजेदारों को ताकत मिलती है।

-आसमा परवीन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.