स्वच्छता को लेकर सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन जरूरी : उपायुक्त
बच्चों को प्राथमिक स्तर पर स्वच्छता से संबंधित अहम जानकारियां दी जानी है।
जागरण संवाददाता, खूंटी : बच्चों को प्राथमिक स्तर पर स्वच्छता से संबंधित अहम जानकारियां दी जानी चाहिए, ताकि बच्चें इसे आदत बनाकर अपनी जीवनशैली में ढाल सकें। सरकार की परिकल्पना रही है कि स्वच्छता के प्रति सकारात्मक वातावरण का निर्माण हो। इसी दिशा में हम सभी को अपने स्तर पर भी प्रयास करने की आवश्यकता है। उक्त बातें उपायुक्त शशि रंजन ने कहीं। स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ्य बच्चे विषय के मंगलवार को आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छता का विषय अपने आप में ही बहुउद्देश्यीय है। विद्यार्थियों के जीवन में स्वच्छता को अनुशासन के रूप में प्रदर्शित किया जाना चाहिए। ये निरंतर जारी रहने वाली प्रक्रिया है। इन मानकों पर विशेष रूप से कार्य करते हुए हम ना केवल बच्चों के आचरण में परिवर्तन लाएंगे। बल्कि अपने राष्ट्र को भी स्वच्छ व सुंदर बनाने की ओर कदम बढ़ाएंगे। इसके पूर्व डीआरडीए सभागार में यूनिसेफ की सहयोगी संस्था लीड्स द्वारा आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त और उप विकास आयुक्त ने दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जिले के विद्यालयों में पेयजल व शौचालय की व्यवस्थाओं को सु²ढ करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने बताया कि विद्यालय से ज्ञान अर्जित कर हमारे विद्यार्थी मानवता के लिए कार्य करने की ओर अग्रसर होते हैं। हम इस माध्यम से ना केवल बच्चों को बल्कि उनके परिवार, समाज व संपूर्ण राष्ट्र के लिए स्वच्छता के महत्व को साझा किया जाना चाहिए। कार्यशाला में युनिसेफ के राज्य सलाहकार गौरव वर्मा ने स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ बच्चे से संबंधित स्वच्छता के सभी बिदुओं पर जानकारी दी। मौके पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने विद्यालय में स्वच्छता संबंधी विकास में समुचित सहयोग प्रदान करने की बात कही। कार्यशाला में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता, जिला शिक्षा पदाधिकारी आदि ने भी जानकारी साझा किया।