घर में लगी आग की चपेट में आकर जिंदा जले मां-बेटी, पल भर में शव जलकर हुआ खाक, जैसे-तैसे बची बाहर सो रही महिला
घर में कुल मिलाकर तीन महिलाएं रहती थीं जाे मुर्गी और बकरी पालन कर अपना गुजारा करती थीं। घटना वाले दिन मां-बेटी कमरे के अंदर सो रही थीं जबकि लड़की की मौसी बाहर बरामदे में लेटी हुई थी।
जागरण संवाददाता खूंटी। शहर के अमृतपुर मुहल्ले में एसएस कल्याण छात्रावास के सामने एक कच्चे मकान में मंगलवार तड़के आग लगने से घर में सो रही मां-बेटी की जलकर दर्दनाक मौत हो गई है। मृतकों की पहचान 70 वर्षीय सुसाना कच्छप और उनकी 35 वर्षीय मूक बधिर सुषमा कच्छप के रूप में हुई है। उक्त घर में मृतका सुसाना उसकी बेटी और बहन सलोनी होरो रहती है।
घर में चैन की नींद सो रहे थे लोग
अगलगी की इस घटना में बच गई सलोनी होरो ने बताया कि मकान के अंदरूनी हिस्से में उसकी दीदी और भतीजी एक बेड पर सोई हुई थी, जबकि वह मकान के बाहरी हिस्से के बरामदे में सोई थी। तड़के लगभग सवा तीन बजे उसे आग लगने का पता चला। इसके बाद उन्होंने घर के बाहर निकल कर मदद के लिए चीख-पुकार की, लेकिन आस-पास मौजूद घरों से कोई बाहर नहीं आया। उसकी आवाज सुन पास ही मौजूद आदिवासी छात्रावास में रहने वाले एसएस प्लस टू के विद्यार्थी सहायता के लिए आगे आए और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया।
मां-बेटी का शव जलकर हुआ खाक
छात्रावास के विद्यार्थियों ने ही अग्निशमन दस्ता और खूंटी पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के बाद लगभग 5 बजे अग्निशमन का दस्ता दमकल के साथ वहां पहुंचा और फिर आग को पूरी तरह से बुझाने में सफलता मिली। आग पर काबू पाने के बाद इसका खुलासा हुआ कि घर के अंदर बेड में सो रही मां-बेटी की जलने से मौत हो गई है। आग से जलकर मां-बेटी का शव बुरी तरह से जलकर खाक हो गया है जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
आग लगने के कारण का अभी नहीं खुलासा
समाचार लिखे जाने तक आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि शार्ट सर्किट के कारण मकान में आग लगी होगी। घर में अकेली रहने वाली तीनों महिलाएं मुर्गी पालन और बकरी पालन कर किसी प्रकार अपना जीविकोपार्जन करती थीं।
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