लेमन ग्रास की ओर बढ़ रहा ग्रामीणों का रुझान
जिले में के सुदूर ग्रामीण इलाकों में अब ग्रामीणों का रूझान अब लेमनग्रास समेत अन्य औषधीय और सगंध पौधों की खेती की ओर बढ़ रहा है। मुरहू प्रखंड के हेठगोवा पंचायत अंतर्गत सिरका गांव के बं
खूंटी : जिले में के सुदूर ग्रामीण इलाकों में अब ग्रामीणों का रूझान अब लेमनग्रास समेत अन्य औषधीय और सगंध पौधों की खेती की ओर बढ़ रहा है। मुरहू प्रखंड के हेठगोवा पंचायत अंतर्गत सिरका गांव के बंजर पड़े पथरीले और ढलान जमीन पर कोजड़ोंग गांव के सनिका और जोटो पाहन ने लेमनग्रास की खेती की है। यह जमीन पूर्व में परती रहती थी। लेकिन तीन महीने पहले ही सेवा वेलफेयर सोसाइटी ने ग्रामीणों को औषधीय और सगंध पौधों का प्रशिक्षण दिलाकर उन्हें लेमनग्रास और तुलसी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया था। सोसाइटी द्वारा किसानों को पेलौल के लक्ष्मण महतो के माध्यम से लेमनग्रास के पौधे उपलब्ध कराया था। जिसके बाद सनिका और जोटो पाहन ने तीन एकड़ साठ डिस्मिल बंजर जमीन पर लेमनग्रास की खेती की है। अपने खेतों में लहलहाते लेमनग्रास को देख किसान फूले नहीं समा रहे हैं। लेमन ग्रास की खेती के लिए ये दोनों किसान मॉडल बनते जा रहे है। आसपास के गांवों के किसान भी अब सनिका और चाड़ा पाहन की खेती को देख लेमनग्रास की खेती करने का मन बना रहे हैं। कई ग्रामसभाओं ने तो अब अफीम की खेती को अपने गांवों में घुसने नहीं देने का निर्णय भी लेने लगे हैं। इसी क्रम में रोंगो ग्रामसभा ने भी यह निर्णय लिया है। क्षेत्र के बुद्धिजीवी अब लोगों को अफीम की जगह लेमनग्रास की खेती करने की सलाह भी देने लगे हैं।