क्रोध अबोध बना देता है : स्वामी प्रमोद जी
खूंटी : महर्षि मेंहीं आश्रम शबरी कुटिया मुरहू में आयोजित दो दिवसीय सत्संग का मंगलवार को समापन हो गया। उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए स्वामी प्रमोद जी महाराज ने कहा कि जिस
खूंटी : महर्षि मेंहीं आश्रम शबरी कुटिया मुरहू में आयोजित दो दिवसीय सत्संग का मंगलवार को समापन हो गया। उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए स्वामी प्रमोद जी महाराज ने कहा कि जिसके जीवन में अध्यात्म ज्ञान देने वाले सद्गुरु नहीं, उनका जीवन शुरू नहीं। क्रोध अबोध बना देता है और प्रतिशोध सी दुर्भभावना पैदा करता है।
भक्त ध्रुव को सौतेली मां के दुर्व्यवहार का उदाहरण देते हुए कहा कि माता-पिता को यह अधिकार है कि बिना गलती के भी संतान को डांट सकते हैं। संतान को सदा माता पिता का आदर करना चाहिए। स्वामी गंगाधर जी महाराज ने कहा कि सत्संग का मूल उद्देश्य सारे जगत में सुख शांति भाईचारा कायम करना है। स्वामी सत्यप्रकाश जी महाराज ने कहा कि प्रत्येक धर्म ने एक ही ईश्वर माना है। गोहाल बदलने से बैल तेज नहीं चलता बल्कि अपने दुर्गुणों को दूर करना होगा। स्वामी श्रीनिवास बाबा, स्वामी परमानंदबाबा, स्वामी जयकुमार बाबा, स्वामी संजीवानंद बाबा, स्वामी बालकृष्ण, स्वामी श्याम बाबा, स्वामी लक्ष्मण बाबा, स्वामी राजेन्द्रबाबा ने भी सत्संग व गुरु ज्ञान की बातें बताईं। मुख्य अतिथि सांसद कड़िया मुंडा ने कहा कि सत्संग व शास्त्र अध्ययन से ही मानव का कल्याण संभव है। सत्संग में साधु-महात्मा के सुविचार से आत्म शुद्धि आती है। उन्होंने नशा नहीं करने की अपील भी की। मौके पर विशिष्ट अतिथि भाजपा जिलाध्यक काशीनाथ महतो, अनुरंजन अशोक, अनिकेत अमन सहित जिप सदस्य चन्द्रप्रभात मुंडा, मुखिया सोमा कैथा, उप मुखिया सुबोध कुमार, गौतम मुंडा, सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार उपस्थित रहे। डीएन तिवारी, जूरन ¨सह पुर्ति, संजय कुमार, जगमोहन पुर्ति, सगुन दास, लोदरों पाहन, दीपक गुप्ता, वीरू कुमार, ए. कुमार, कृष्ण प्रसाद, अर्जुन साव, रामहरि साव आदि ने सहयोग किया।