बजट को किसी ने सराहा तो किसी ने नकारा
खूंटी : झारखंड सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट पेश किया। योजनाओं के सफल क्रियान्वयन और नई योजनाओं को फोकस करते हुए सरकार ने
खूंटी : झारखंड सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट पेश किया। योजनाओं के सफल क्रियान्वयन और नई योजनाओं को फोकस करते हुए सरकार ने 85000 करोड़ का बजट पेश किया। बजट पेश होने के बाद समाज के विभिन्न वर्गों ने अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया दी। किसी ने इसे चुनावी बजट करार देते हुए नकार दिया तो किसी ने सराहना करते हुए इसे संतुलित व आम जनमानस के लिए हितकर बताया।
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राज्य सरकार ने 85000 करोड़ का बजट पेश किया है। अब सवाल यह है कि एक वर्ष के लिए बने इस बजट के हिसाब से प्रतिदिन 233 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। कोई बताए कि एक दिन में 233 करोड़ रुपये कैसे खर्च किए जाएंगे। यह बजट पूरी तरह से चुनावी बजट है। इस बजट के माध्यम से सरकार आगामी चुनाव के लिए फं¨डग करेगी। आम जनता को इस बजट से कोई लाभ होने नहीं जा रहा है।
-दिलीप मिश्रा, जिलाध्यक्ष झाविमो
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यह बजट आम जनता के फायदे के लिए नहीं बना है, बल्कि आगामी चुनाव को देखते हुए बजट पेश किया गया है। पहले से चल रही योजनाएं तो धरातल पर सही से उतर नहीं सकीं और अब सरकार ने कई नई योजनाएं पेश कर दी हैं। इसका एकमात्र उद्देश्य है जनता को मूर्ख बनाकर आगामी चुनाव में वोट हथियाना
-मो. सयूम, जिला सचिव कांग्रेस
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यह बजट किसानों, गरीबों व महिलाओं के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सरकार ने बजट में सभी वर्ग का पूरा ख्याल रखा है। इस बजट से यह बात पूरी तरह साफ हो गई है कि सरकार गरीबों, किसानों के साथ-साथ बच्चों व महिलाओं पर भी विशेष ध्यान दे रही है। इस बहुपयोगी बजट के लिए राज्य सरकार के मुखिया रघुवरदास को ढेर सारी बधाई।
काशीनाथ महतो, भाजपा जिलाध्यक्ष
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यह बजट बहुत अच्छा है। लड़कियों की शिक्षा के लिए सरकार जो मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाई है, यह सराहनीय है। कुल बजट का 11.82 फीसद बच्चों पर खर्च होगा। शहरी स्लम क्षेत्रों में मुहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना बहुत अच्छी है। इसका गरीबों को विशेष लाभ होगा।
-नूरी तिर्की, छात्रा
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सरकार ने इस बजट में विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान दिया है। मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना को शुरू करना सराहनीय पहल है। इस योजना के तहत राज्य सरकार आठवीं से ही बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराएगी। इससे हमें रोजगार प्राप्त करने में बहुत सहूलियत होगी।
-राहुल कुमार कर, छात्र
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सरकार ने इस बजट में किसानों, पशुपालकों व मछुवारों के लिए अच्छा प्रावधान किया है लेकिन व्यवसायियों के लिए सरकार ने कुछ भी नहीं किया। निश्चित तौर पर यह बजट आगामी चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यह पूरी तरह से चुनावी बजट है।
-मो. मुमताज अंसारी, व्यवसायी
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राज्य सरकार का यह लोकलुभावन बजट है। पहले से चल रही योजनाओं का पैसा तो काम न हो पाने के कारण लैप्स हो जाता है। अब सरकार ने फिर 85000 करोड़ का बजट पेश किया है। सवाल यह उठता है कि इस पैसे को एक साल में कैसे खर्च किया जाएगा। इस बजट में व्यवसायी वर्ग को कोई ख्याल नहीं किया गया है।
-संतोष कुमार भगत, व्यवसायी