शिक्षकों को मिला दिवाली का तोहफा
खूंटी : उच्च विद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मियों को दो माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन न मिलने के कारण उनके लिए परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया है। इस बात की जानकारी मिलने पर दैनिक जागरण ने गत 31 अक्टूबर के अंक में डीईओ की जिद की भेंट चढ़ा शिक्षकों का वेतन शीर्षक से खबर प्रकाशित की। खबर छपते ही शिक्षा विभाग रेस हो गया और विभाग की ओर से जिला शिक्षा अधीक्षक सुरेश चंद्र घोष को अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी का प्रभार ग्रहण करने का पत्र भेज दिया गया।
खूंटी : उच्च विद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मियों को दो माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन न मिलने के कारण उनके लिए परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया है। इस बात की जानकारी मिलने पर दैनिक जागरण ने गत 31 अक्टूबर के अंक में डीईओ की जिद की भेंट चढ़ा शिक्षकों का वेतन शीर्षक से खबर प्रकाशित की। खबर छपते ही शिक्षा विभाग रेस हो गया और विभाग की ओर से जिला शिक्षा अधीक्षक सुरेश चंद्र घोष को अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी का प्रभार ग्रहण करने का पत्र भेज दिया गया।
विभागीय निर्देश मिलते ही जिला शिक्षा अधीक्षक ने अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी का प्रभार ग्रहण कर लिया। शनिवार को जागरण से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वेतन निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दीपावली से पहले सभी शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मियों को वेतन मिल जाएगा।
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क्या था मामला
खंडों में स्थित उच्च विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मियों एवं एसडीईओ कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन एसडीईओ कार्यालय से निर्गत होता है। लेकिन, अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी (एसडीईओ) का पद रिक्त है। पूर्व में जो भी डीईओ रहते रहे हैं उनके पास एसडीईओ का प्रभार भी रहता था और वे ही वेतन निर्गत करते थे। 2014 में एसडीईओ उर्मिला कश्यप का स्थानांतरण होने के बाद तत्कालीन डीईओ मिथिलेश कुमार सिन्हा एसडीईओ का भी कार्य देखने लगे। उनका स्थानांतरण होने के बाद आए डीईओ भलेरियन तिर्की ने एसडीईओ का प्रभार ले लिया। इस दौरान शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन समय से मिलता रहा, लेकिन दो माह पूर्व भलेरियन तिर्की का भी स्थानांतरण हो गया। समस्या तब खड़ी हुई जब उनके स्थान पर आईं डीईओ अरुणा नाथ ने एसडीईओ का पदभार ग्रहण करने से इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि यह वित्तीय मामला है। इसलिए जब तक उन्हें विभाग से पत्र नहीं मिल जाता, तब तक वे एसडीईओ का पदभार ग्रहण नहीं करेंगी इसके चलते वेतन निर्गत होना बंद हो गया।