खूंटी के दिव्यांग नंदकिशोर बांग्लादेश में करेंगे देश का प्रतिनिधित्व
खूंटी : कहते हैं जहां चाह है, वहां राह है। इस बात को चरितार्थ किया है खूंटी निवासी मह
खूंटी : कहते हैं जहां चाह है, वहां राह है। इस बात को चरितार्थ किया है खूंटी निवासी महादेव साहू एवं अनीता साहू के द्वितीय सुपुत्र मूकबधिर नंदकिशोर साहू ने। अपनी प्रतिभा और लगन से उस मुकाम को पाया, जिसका सपना वे बचपन में देखते थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट जैसे खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करना बड़ी बात है। यहां क्रिकेट धर्म की तरह और खिलाड़ी भगवान की तरह पूजे जाते हैं। क्षितिज मूकबधिर विद्यालय निवारणपुर रांची में प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही क्रिकेट उनके रग-रग में बस चुका था। एसएस उच्च विद्यालय खूंटी से मैट्रिक प्रथम श्रेणी में पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के दौरान दिल्ली में डेफ क्रिकेट सोसायटी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और इंडियन डेफ प्रीमियर लेगीयू की कप्तानी सौंपी। इस जिम्मेदारी को निभाने के दौरान उसने दो बार मैन ऑफ दि मैच का खिताब अपने नाम करते हुए 14 सितंबर से शुरू होने वाले डेफ टी-20 ट्राय नेशन इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट-2018 की टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली। बांग्लादेश, पाकिस्तान और भारत की टीमें जब भिड़ेंगी, तो भारत की ओर से खूंटी जैसे छोटे शहर की प्रतिभा टक्कर लेने के लिए कमर कसी होगी। यह खूंटी के लिए सौभाग्य की बात है, यहां के बच्चे पढ़ाई के साथ- साथ खेलों मे भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।