स्वंयसेवी संस्था कार्यालय में पसरा सन्नाटा
खूंटी : खूंटी के एक स्वयंसेवी संस्था के कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। दिनभर उसका दरवाजा
खूंटी : खूंटी के एक स्वयंसेवी संस्था के कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। दिनभर उसका दरवाजा नहीं खुला। कई मीडियाकर्मी वहां जब पूछताछ करने गए, तो संस्थान का मेन गेट पीटने के बाद भी नहीं खोला गया। जबकि, पीड़िता और उसके साथी कार्यालय के अंदर ही थीं। घटना में पीड़िता से गुरुवार को खूंटी थाना में दिन के 10 बजे सबसे पहले एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने देर तक पूछताछ की। बंद कमरे में पीड़िता और उसके साथ गए अन्य लोगों के साथ घंटों पूछताछ का कार्यक्रम चलता रहा। लगभग 12 बजे एसपी खूंटी थाना से बाहर निकले। उनके निकलते ही पहले से मौजूद सभी पत्रकारों ने उनसे इस घटना के बारे में जानकारी मांगी। बड़ी मुश्किल से एसपी ने स्वीकार किया कि पांचों युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटना हुई है, लेकिन युवतियां कहां की थी, नाम क्या था, और किसने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था, इसका खुलासा नहीं किया और गाड़ी में बैठकर चलते बने। उनके जाने के ठीक आधे घंटे के बाद रांची से डीआइजी अमोल वी होमकर खूंटी पहुंचे। पहले एसपी कार्यालय जाने लगे, लेकिन बीच में ही उनकी गाड़ी टर्न ली और सीधे खूंटी थाना पहुंच गए। वहां पर मौजूद पीड़िता और उसके साथियों से घंटों पूछताछ की। उसके कुछ देर बार उपायुक्त पहुंचे और दोनों ने बंद कमरे में पीड़िता से घंटों पूछताछ की। इस बीच खूंटी थाना में पत्रकारों का जमावड़ा होने लगा। करीब चार बजे डीएसपी विकास लांगुरी ने सभी पत्रकारों से कहा कि डीआइजी और उपायुक्त 4:30 में प्रेसवार्ता करेंगे। डीआइजी की प्रेसवार्ता जैसे ही शुरू हुई पीड़िता और उसके साथियों को पीछे के रास्ते से बोलेरो से वहां से भेज दिया गया। मीडिया से पीड़िता की रू-ब-रू नहीं होने दिया गया।