मरियम सर्कस में जोकरों के कारनामे देख खुश हुए स्कूली बच्चे
खूंटी : जिला मुख्यालय के डीएवी रोड स्थित मरियम सर्कस को देखने मंगलवार को कई स्कूलों के ब“
खूंटी : जिला मुख्यालय के डीएवी रोड स्थित मरियम सर्कस को देखने मंगलवार को कई स्कूलों के बच्चे पहुंचे। सर्कस में हवाई झूला, जोकरों के आकर्षक कारनामे ने बच्चों को तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। तीन घंटे के शो में सर्कस के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक खेल का प्रदर्शन किया। लोयला कांवेंट, यूपीएस साइको के स्कूली बच्चों ने अपने शिक्षकों के साथ मनोरंजन से भरपूर सर्कस का आनंद लिया। वहीं, सर्कस के निर्देशक मुल्ला सादिक रहमान हैपी ने बताया कि सर्कस में पहले वाली अब वो बात नहीं रही। सरकार के कड़े नियम के कारण अब सर्कस में कोई भी जानवर नहीं रख सकते हैं। सर्कस यानी चलता फिरता स्वास्थ और ज्ञानवर्द्धक मनोरंजन। इसमें मनोरंजन के साथ हास्य, हैरतअंगेज स्टंट हैं और जानवरों का मानवीय व्यवहार है। सर्कस के बगैर मेले की कल्पना नहीं की जा सकती है। पर, पिछले कुछ वर्षो में देश में 17 से अधिक सर्कस बंद हो चुके हैं। बंद हुए सर्कस वर्ष 2000 से पहले अपने पूरे परवान पर थे, लेकिन सरकार की उदासीनता की वजह से सर्कस का अस्तित्व ही संकट में आ गया है। पहले हाथी, बाघ, गैंड़ा सहित कई जानवर सर्कस में होते थे। हाथी साइकिल और रिक्शा चलाता था, बंदर नाच दिखाता था। अब वो सब प्रतिबंधित हो गया है। उन्होंने कहा कि यहां पर पिछले 21 फरवरी से सर्कस चल रहा है और दो-चार दिन बाद यहां से दूसरी जगह चला जाएगा।