कोचांग दुष्कर्म के आरोपित जुनास और नोएल सांडी ने किया सरेंडर
जुनास मूंडू खूंटी और बंदगांव पुलिस के समझ सरेंडर किया है। शनिवार को पुलिस ने दोनों के घरों की कुर्की की थी। लेकिन दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
खूंटी, जेएनएन। कोचांग सामूहिक दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपित टकला के बाद जुनास मूंडू और नोएल सांडी पूर्त्ति ने रविवार तड़के सरेंडर कर दिया है। हालांकि खूंटी पुलिस इसबात की पुष्टि नहीं कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, जुनास मूंडू खूंटी और बंदगांव पुलिस के समझ सरेंडर किया है। शनिवाार को पुलिस ने दोनों के घरों की कुर्की की थी। लेकिन दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। वहीं, शनिवार को सुबह टकला ने पुलिस के समझ सरेंडर कर दिया था। टकला के सरेंडर की पुष्टि अबतक पुलिस ने नहीं की है।
पुलिस बाजी समद और जॉन जुनास मुंडू और टकला को किसी सेफ जगह पर पूछताछ कर रही है। इसमें खासकर पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड यूसुफ पूर्त्ति और जॉन जुनास तिडू के बारे में पता लगा रही है। वहीं दक्षिणी प्रक्षेत्र के डीआइजी एवी होमकर ने भी इसबात की पुष्टि नहीं की है।
अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग में 19 जून को पांच युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने मुख्य अभियुक्त बाजी समद उर्फ टकला को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी शनिवार की रात चाईबासा से हुई। हालांकि, देर रात तक पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से इन्कार करती रही। बाजी समद उर्फ टकला मूल रूप से सरायकेला खरसांवा जिले के कुचाई थाना क्षेत्र स्थित लुदुबेड़ा का रहने वाला है।
कोचांग में पांच युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की छानबीन व पूर्व में जेल भेजे गए दो अन्य आरोपितों की स्वीकारोक्तिबयान के अनुसार कुल छह अपराधी इस घटना में शामिल थे। छह अपराधियों में सिर्फ तीन आरोपितों ने ही पांचों युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म किया था। स्वीकारोक्तिबयान में अभियुक्तों ने बताया था कि नुक्कड़ नाटक मंडली के चालक सहित चार पुरुषों को तीन अपराधी आशीष लोंबो, जुनास मुंडू व बच्चा ने हथियार के बल पर बंधक बनाया था। वहीं, पीएलएफआइ के एरिया कमांडर अजूब सांडी पूर्ति, नोएल सांडी पूर्ति व बाजी समद उर्फ टकला ने पांचों युवतियों को जंगल में हथियार का भय दिखाकर निर्वस्त्र किया और बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया, अश्लील फोटोग्राफी की तथा अमानवीय व्यवहार भी किया।
कोचांग सामूहिक दुष्कर्म में अब तक पुलिस ने जो कार्रवाई की
दुष्कर्म में शामिल :
- अजूब सांडी पूर्ति : लडाउली, थाना बंदगांव, पश्चिमी सिंहभूम। वर्तमान में गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद है।
-आशीष लोंगो : बुड़ुमकेल, थाना सोनुआ, जिला पश्चिमी सिंहभूम। वर्तमान में गिरफ्तारी के बाद जेल में है।
-बाजी समद उर्फ टकला : लुदुबेड़ा, थाना कुचाई, जिला सरायकेला। चाईबासा से शनिवार की देर रात गिरफ्तार।
-नोएल सांडी पूर्ति : लड़ाउली, थाना बंदगांव, पश्चिमी सिंहभूम। सरेंडर किया।
-बच्चा उर्फ पावर मुंडा : इसका पता पुलिस के पास नहीं। वर्तमान में फरार है।
-जुनास मुंडू : कुरुंगा, थाना अड़की, जिला खूंटी। सरेंडेर किया।
मुख्य साजिशकर्ता पत्थलगड़ी का स्वयंभू नेता :
--जॉन जुनास तिड़ू : कुरुंगा, थाना अड़की, जिला खूंटी। वर्तमान में फरार है।
अपराधियों का मददगार :
-फादर अल्फोंस आइंद : ग्राम लापा, थाना कर्रा, जिला खूंटी। वर्तमान में आरसी चर्च कोचांग का प्रभारी है और जेल में बंद है।
मुख्य साजिशकर्ता है जॉन जुनास तिड़ू
कोचांग में पांच युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पत्थलगड़ी का स्वयंभू नेता जॉन जुनास तिड़ू मुख्य साजिशकर्ता है। पूर्व में गिरफ्तार दो अभियुक्तों ने स्वीकारोक्ति में इसका खुलासा किया है। अभियुक्तों के अनुसार 19 जून की सुबह जॉन जुनास तिड़ू ने ही जंगल में पीएलएफआइ के एरिया कमांडर बाजी समद उर्फ टकला व नोएल सांडी पूर्ति को नुक्कड़ नाटक के बारे में जानकारी दी थी। उस वक्त अजूब सांडी पूर्ति, आशीष लोंबो जुनास मुंडू व एक अन्य युवक बच्चा भी मौजूद था। जॉन जुनास तिड़ू ने ही उग्रवादियों, अपराधियों व पत्थलगड़ी समर्थकों को बताया कि नुक्कड़ नाटक करने वाले पुलिस-प्रशासन के जासूस हैं और पत्थलगड़ी विरोधी हैं। उसने ही कहा था कि नुक्कड़ नाटक करने वालों का अपहरण कर ऐसा सबक सिखाएं कि वे दोबारा इस इलाके में आने के पहले सोचें। जॉन जुनास तिड़ू ने ही अपराधियों को बताया कि नुक्कड़ नाटक करने वाले आरसी मिशन स्कूल में जाने वाले हैं।
और स्कूल की तरफ चल दिए
गिरफ्तार आशीष लोंबो व अजूब सांडी पूर्ति ने पुलिस को बताया कि जॉन जुनास तिड़ू के कहने पर ही वे दोनों तथा नोएल सांडी पूर्ति, बाजी समद उर्फ टकला, जुनास मुंडू व बच्चा आरसी मिशन स्कूल पहुंचे और नुक्कड़ नाटक बंद करवा दिया। नोएल सांडी पूर्ति व बाजी समद टकला स्कूल के फादर अल्फोंस आइंद से बातचीत की और फिर नुक्कड़ नाटक कर्मियों को उन्हीं की गाड़ी से लेकर जाने लगे। फादर ने भी सभी कर्मियों से कहा कि वे दो घंटे के लिए उनके साथ चले जाएं। रंगकर्मी युवक-युवतियां गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उनकी एक न सुनी गई। फादर ने टीम की दो ननों को जाने से रोक दिया।