प्रशासन को चुनौती, अब थाने से सौ मीटर दूर की गई पत्थलगड़ी
झारखंड के खूंटी जिले में आदिवासी ग्रामसभा ने अड़की प्रखंड के हेंब्रोम, कुडि़मारी व बारूहातू गांवों में पत्थलगड़ी की।
जागरण संवाददाता, खूंटी। झारखंड के खूंटी जिले में स्वयंभू नेताओं का हौसला इस कदर बुलंद हो गया है कि अब वे प्रशासन को खुली चुनौती देने पर उतारू हो गए हैं। पहले जंगल क्षेत्र में पत्थलगड़ी करते थे, अब थाने के पास पत्थलगड़ी कर जिला प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। आदिवासी ग्रामसभा ने अड़की प्रखंड के हेंब्रोम, कुडि़मारी व बारूहातू गांवों में पत्थलगड़ी की। इस दौरान कई गांवों के ग्रामीण समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे। वांटेड स्वयंभू नेता युसूफ पूर्ति को पुलिस चाहकर भी गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
स्वयंभू नेता ने खुलेआम मंगलवार को अड़की थाना क्षेत्र के तीन गांवों में पत्थलगड़ी की। अड़की थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित बारूहातू गांव में पत्थलगड़ी कर वहां सभा भी की व सैकड़ों ग्रामीणों को संबोधित किया। उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पूर्ति ने कहा कि पूरे देश के आदिवासी जाग चुके हैं, इसलिए झारखंड, राजस्थान, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तेलंगाना सहित कई राज्यों में पत्थलगड़ी की जा रही है। वैसे आदिवासी परिवार इस देश का मालिक है। उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ ग्रामसभा खोले जाने से आरबीआइ (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) को दर्द हो रहा है। हमलोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
पारंपरिक हथियारों से लैस थे महिला-पुरुष
कार्यक्रम में सभी महिला-पुरुष पारंपरिक हथियारों से लैस थे। इसके अलावा लगभग 300 की संख्या में बाइक पर पारंपरिक हथियारों से लैस आदिवासी दस्ता उस क्षेत्र में गश्त कर रहा था।