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175 केंद्रों पर होगी वेब कास्टिग, चुनाव आयोग की रहेगी निगहबानी

जामताड़ा जिले के जामताड़ा व नाला दोनों विधानसभा क्षेत्र में कुल 698 मतदान केंद्रों में से 175 बूथों पर वेब कास्टिग की व्यवस्था होगी जिस पर सीधे चुनाव आयोग की निगहबानी होगी। वेब कास्टिग में निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरश पालन करना है। डीसी कार्यालय के सभागार में वेब कास्टिग से संबंधित प्रशिक्षण सह कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त गणेश कुमार ने उक्त बातें कही। डीसी ने कहा कि वेब कास्टिग के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के संवेदनशील अति संवेदनशील व सखी बूथों का चयन किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 06:41 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 06:41 PM (IST)
175 केंद्रों पर होगी वेब कास्टिग, चुनाव आयोग की रहेगी निगहबानी
175 केंद्रों पर होगी वेब कास्टिग, चुनाव आयोग की रहेगी निगहबानी

जामताड़ा : जिले के जामताड़ा व नाला दोनों विधानसभा क्षेत्र में कुल 698 मतदान केंद्रों में से 175 बूथों पर वेब कास्टिग की व्यवस्था होगी जिस पर सीधे चुनाव आयोग की निगहबानी होगी। वेब कास्टिग में निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरश: पालन करना है। डीसी कार्यालय के सभागार में वेब कास्टिग से संबंधित प्रशिक्षण सह कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त गणेश कुमार ने उक्त बातें कही। डीसी ने कहा कि वेब कास्टिग के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के संवेदनशील, अति संवेदनशील व सखी बूथों का चयन किया गया है।

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डीसी ने कहा कि वेब कास्टिग करनेवाले बूथों पर मैन पावर उपलब्ध होगा जो संबंधित बूथ की वेब कास्टिग ऐसे करेंगे कि वोटर जब मतदान करें तो उसकी गतिविधियों तथा विधान सभा के नाम का बोर्ड भी दिखाई दे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि बूथों पर बिजली, पानी, लाइट की व्यवस्था आदि को सुनिश्चित करें साथ ही नेटवर्क भी चेक करके ठीक करवा लें।

मौके पर सूचना विज्ञान अधिकारी अभय परासर ने बताया कि पोलिग कंपार्टमेंट के बाहरी हिस्से पर बूथ नंबर एवं निर्वाचन क्षेत्र नंबर अंकित करना अनिवार्य है। वेबकास्टिग के लिए कैमरा लगाने में सहयोग करना है तथा यह ध्यान रखना है कि कैमरा सीधा लगा रहे। किसी भी पोलिग बूथ पर एक प्रवेश द्वार व दूसरा निकासी मार्ग बनाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि वेबकास्टिग के लिए कैमरा दरवाजे से बूथ के अंदर जाते ही बगल की किसी भी दीवार पर ऐसे लगाना है कि उससे बूथ में अंदर आते हुए मतदाता, बैठे हुए पीठासीन या मतदान अधिकारी या पोलिग एजेंट तथा पोलिग कंपार्टमेंट का ढका हुआ हिस्सा ही केवल दिखाई दे। सूचना विज्ञान अधिकारी अभय परासर ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में किसी भी पीठासीन-मतदान पदाधिकारी अथवा पोलिग एजेंट को मतदान के दौरान पोलिग कंपार्टमेंट के अंदर जाना वर्जित होगा। किसी भी परिस्थिति में पोलिग कंपार्टमेंट को ऐसे नहीं लगाना है कि जिससे उसका भीतरी हिस्सा जहां ईवीएम एवं वीवीपैट मशीन रखा हो वह कैमरा में दिखे। पीठासीन-मतदान पदाधिकारी तथा पोलिग एजेंट सभी अपने निर्दिष्ट स्थान पर ही बैठेंगे और इधर-उधर नहीं घूमेंगे। किसी भी परिस्थिति में विशेष परिस्थिति को छोड़कर किसी मतदाता के साथ पीठासीन-मतदान पदाधिकारी व पोलिग एजेंट अथवा सुरक्षाकर्मी या अन्य किसी व्यक्ति को पोलिग कंपार्टमेंट के पास नहीं जाना है। किसी भी अनावश्यक व्यक्ति को पोलिग बूथ के भीतर नहीं रहने देना है। वेबकास्टिग के लिए लगाए गए कैमरा एवं अन्य उपकरण को ना तो छूना है और न ही हटाना है। मौके पर उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार, अपर समाहर्ता सुरेंद्र कुमार, डीआरडीए निदेशक रामवृक्ष महतो, कृषि वैज्ञानिक संजीव कुमार, जिला परियोजना पदाधिकारी मोतिउर्ररहमान, संदीप कुमार, एपीओ रानी झा, अनूप कुमार, ईडीएम बिरजू राम, प्रशांत कुमार आदि मौजूद थे।


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