सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर शिक्षकों ने खेली होली सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने के बाद हाई स्कूल शिक्षकों में खुशी की लहर
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर शिक्षकों ने खेली होली
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर शिक्षकों ने खेली होली
सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने के बाद हाई स्कूल शिक्षकों में खुशी की लहर
संवाद सहयोगी, कुंडहित (जामताड़ा) : 2016 में बनी स्थानीयता नीति के आधार पर नियुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों ने गुरुवार को सिंहवाहिनी प्लस टू उच्च विद्यालय में रंग और गुलाल लगाकर खुशी मनाई। शिक्षकों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए उच्चतम न्यायालय को धन्यवाद दिया है। साथ ही शिक्षकों द्वारा इस विषम परिस्थिति में सहयोग और समर्थन दिए जाने को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित सभी मंत्रियों ने विशेष कर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के प्रति धन्यवाद और आभार प्रकट किया गया है। स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक राजेश महतो, आशीष फौजदार, रूपम कुमार लौह, अनिमेष पान, वासुदेव मंडल आदि ने बताया कि 2016 की स्थानीयता नीति के आधार पर अनुसूचित जिलों में नियुक्त हुए थे। इस स्थानीयता नीति के विरोध में झारखंड हाईकोर्ट में दायर वाद के दौरान स्थानीय नीति के साथ-साथ नियुक्तिययों को रद करने का फैसला आया था। जिसके बाद सरकार के सहयोग से सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ी और अंततः इस लड़ाई में जीत हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने स्थानीयता नीति को तो गलत बताते हुए रद कर दिया, लेकिन नियुक्तियां सुरक्षित रखी हैं। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा तमाम मंत्रियों का धन्यवाद और आभार प्रकट किया। उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट द्वारा जारी आदेश के बाद शिक्षक नियुक्ति को लेकर संशय की स्थिति बन गई थी। गत दो साल के दौरान शिक्षक और उनके तमाम परिजन बेहद तनाव ग्रस्त थे। ऐसे में उनकी नियुक्ति सुरक्षित रखने का आदेश देकर सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया है उससे स्थानीयता नीति से प्रभावित हजारों की तादाद में शिक्षकों और उनके परिजनों को बहुत बड़ी राहत मिली है। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में मिली राहत को लेकर तमाम स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक और उनके परिजनों में खुशी और हर्ष का माहौल देखने को मिल रहा है।