Move to Jagran APP

जिले में 3.5 लाख बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य

जामताड़ा 10 फरवरी राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस पर जिले के 1189 आंगनबाड़ी केंद्र 1044 सरकारी स्कूल व 96 निजी स्कूलों में 354295 बच्चों को कृमि नाशक गोली खिलाई जाएगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। यह जानकारी सिविल सर्जन डॉ. आशा एक्का ने प्रेसवार्ता के माध्यम से दी। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रपत्र व दवा की आपूर्ति कर दी गई है। प्रशिक्षित नोडल शिक्षक व आंगनबाड़ी सेविका बच्चों को गोली खिलाएगी। इसका शुभारंभ उपायुक्त गणेश कुमार शनिवार को स्थानीय डीएवी पब्लिक स्कूल में करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 07:14 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 06:13 AM (IST)
जिले में 3.5 लाख बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य
जिले में 3.5 लाख बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य

जामताड़ा : 10 फरवरी राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस पर जिले के 1189 आंगनबाड़ी केंद्र, 1044 सरकारी स्कूल व 96 निजी स्कूलों में 354295 बच्चों को कृमि नाशक गोली खिलाई जाएगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। यह जानकारी सिविल सर्जन डॉ. आशा एक्का ने प्रेसवार्ता के माध्यम से दी। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रपत्र व दवा की आपूर्ति कर दी गई है। प्रशिक्षित नोडल शिक्षक व आंगनबाड़ी सेविका बच्चों को गोली खिलाएगी। इसका शुभारंभ उपायुक्त गणेश कुमार शनिवार को स्थानीय डीएवी पब्लिक स्कूल में करेंगे।

loksabha election banner

सिविल सर्जन ने कहा कि एल्बेंडाजोल गोली को खाली पेट नहीं खाना है। कृमि संक्रमण का दुष्प्रभाव होता है। 10 फरवरी के शिविर में कृमिनाशक गोली से वंचित छात्र-छात्राओं को 17 फरवरी को संबंधित विद्यालय व आंगनबाडी केंद्रों में आयोजित मॉकअप दिवस पर कृमि नाशक गोली खिलाई जाएगी। मौके पर डीपीएम संगीता लूसी बाला एक्का ने बताया कि अभियान के तहत जिले के सभी छह प्रखंडों में 1 से 10 वर्ष के तीन लाख 54 हजार 295 बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य है। लक्ष्य प्राप्ति को लेकर सभी तैयारी पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने कहा कृमिनाशक गोली खाने से बच्चों में कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो तभी यह अभियान सफल होगा। कहा कृमि से गंभीर रुप से ग्रसित बच्चों को दवा खाने के उपरांत उल्टी-दस्त, जी मचलन, पेट दर्द आदि छोटी समस्या महसूस हो सकती है। ऐसे में बच्चे, अभिभावक व शिक्षक को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हर प्रखंड में रेपिड रिस्पांस टीम गठित है सूचना मिलते ही स्थल पर पहुंचकर बच्चे का स्वास्थ्य जांच किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक से दो साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली चूर कर पानी के साथ तथा 2 से 19 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल की एक गोली चबाकर खिलाएं। जिससे बच्चों की सेहत बेहतर हो तथा स्कूल में बच्चों की उपस्थिति में बढ़ोत्तरी और बेहतर जीवन हो सके। इस मौके पर पंकज मंडल, मनोज प्रजापति आदि मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.