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प्रोन्नत होने के बाद भी छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन की जरूरत

मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) सरकार ने कोरोना संक्रमण से सुरक्षा और छात्र हित को देखते हुए

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 05:06 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 05:06 PM (IST)
प्रोन्नत होने के बाद भी छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन की जरूरत
प्रोन्नत होने के बाद भी छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन की जरूरत

मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : सरकार ने कोरोना संक्रमण से सुरक्षा और छात्र हित को देखते हुए 10वीं और 12वीं परीक्षा को रद करते हुए, पिछली कक्षाओं के प्रदर्शन के आधार पर अगली कक्षाओं में प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। समयानुकूल निर्णय तो सही है, पर विद्यार्थी को प्रोन्नत कक्षा का सदुपयोग करने की जरूरत है। झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बयान जारी कर यह बाती कही। उन्होंने कहा कि प्रोन्नत से उत्साहित छात्रों को अपना आंतरिक मूल्यांकन करना चाहिए। अपने अंदर विषय वार ज्ञान के स्तर को टटोलना पड़ेगा, क्योंकि 10वीं और 12वीं दोनों ही कक्षाओं से विद्यार्थी के आगे पढ़ने का रास्ता निकलता है। ऐसी स्थिति में अभिभावकों की जिम्मेदारी अधिक होती है कि वे अपने बच्चों की मन:स्थिति को समझें। विद्यार्थी यदि आंतरिक मूल्यांकन में कमी महसूस करते हैं, तो आवश्यकता है कि समय रहते अपने शिक्षक, सीनियर छात्र, पुस्तकालय, शैक्षिक वेबसाइट आदि के संपर्क में रहकर अपने अंदर की कमी को दूर करें। उन्हें अपने अंदर योग्यता लाना ही चाहिए। छात्रों को समझना चाहिए कि वर्ग प्रोन्नति आगे बढ़ने का आधार मात्र है असली खुशी तब मिलेगी, जब लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होंगे। विद्यार्थी अभी से ही आगे की पढ़ाई में जुट जाएं।

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