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एसपी ने साइबर नियंत्रण को सामाजिक अभियान शुरू किया

करमटांड़ (जामताड़ा) : देश भर के लिए कलंक बने साइबर अपराध पर रोकथाम व घर-घर जनजागरू

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 07:18 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 07:18 PM (IST)
एसपी ने साइबर नियंत्रण को सामाजिक अभियान शुरू किया
एसपी ने साइबर नियंत्रण को सामाजिक अभियान शुरू किया

करमटांड़ (जामताड़ा) : देश भर के लिए कलंक बने साइबर अपराध पर रोकथाम व घर-घर जनजागरूकता को लेकर नए एसपी शैलेंद्र कुमार ने अपराधियों के गढ़ करमाटांड़ में सामाजिक अभियान की शुरुआत की है। इस बाबत सोमवार को वे करमाटांड़ में हर वर्ग के लोगों को लेकर शिविर लगाए और कहा कि कुछ लोग जागरूकता के अभाव के साइबर अपराधियों का साथ दे रहे हैं। इसलिए आज जामताड़ा का नाम बदनाम हो रहा है। जबकि यह देश के महान समाज सुधारक पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि है। इसलिए जरूरी है कि हर वर्ग के लोग ग्रामीण पुलिस का सहयोग करें ताकि साइबर का कलंक मिटाया जा सके। --पुलिस को अपराध करने वालों की जानकारी दें : स्थानीय पुराना थाना परिसर में पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित इस शिविर में एसपी सिन्हा ने आगे कहा कि ने कहा कि यह पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि जहां वे अपने कर्मो के कारण देश-विदेशों में विख्यात हैं। लेकिन यह विडंबना है कि यहां के कुछ साइबर अपराधियों के कारण जामताड़ा जिला बदनाम है। कुछ लोग जागरूकता की कमी के कारण अपराधियों का साथ दे रहे हैं इसलिए साइबर अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए ग्रामीण पुलिस बल का सहायता करें एवं अपराध करने वाले लोगों की जानकारी दें।

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--अब पुष्टि के बाद ही जेल जाएगा अपराधी : ग्रामीणों ने बताया कि साइबर अपराधी की गिरफ्तारी के क्रम में निर्दोष लोग भी गिरफ्तार हो जाते हैं। इस पर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र ने बताया कि पुलिस प्रशासन अपराधियों की विशेष पहचान को लेकर गांव में एक विशेष टीम बनाया है। टीम की पुष्टि करने के बाद ही उन पर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी निर्दोष को जेल भेजना पुलिस प्रशासन की सफलता नहीं है। किसी भी स्थिति में निर्दोष को सजा न हो, पुलिस इसके प्रति गंभीर है।

---हर माता-पिता से अपील : एसपी ने कहा कि साइबर अपराध करने वाले के माता-पिता भी अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें। पुलिस प्रशासन का एक ही लक्ष्य है।साइबर अपराध मुक्त जामताड़ा बनाना है। इसके साथ ही व्हाट्सएप, फेसबुक आदि जैसे ग्रुप में किसी भी अनजान व्यक्ति को जोड़ना नहीं चाहिए। पुलिस प्रशासन साइबर अपराध रोकने को अपराधियों की सूची तैयार कर रही है। अवैध ढंग से अर्जित वैसे लोगों की संपत्ति की भी जांच चल रही है।

----एकजुट होंगे तभी बदनामी दूर होगी : एसडीपीओ बीएन ¨सह ने कहा कि साइबर अपराधी को जड़ से खत्म करने के लिए सभी लोगों को एकजुट होना होगा। इसके लिए हर समस्या को साझा करें। अपनी हर समस्या से स्थानीय पुलिस को अवगत कराएं। साइबर डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि आज के इस युग में इंटरनेट और स्मार्टफोन काफी प्रचलित हो गया है। इससे जितना लाभ होता है उतना ही इससे नुकसान भी है। इसलिए हर परिवार के अभिभावक अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें कि वह पढ़ाई के साथ मोबाइल पर कितनी देर तक रहते हैं। मोबाइल पर वह किसी अन्य संगत के संगठनों के साथ गलत कार्य तो नहीं कर रहे हैं।

---गापनीय नंबर कियी को नहीं बताएं : साइबर डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में लोगों को अपना किसी भी अकाउंट की गोपनीयता संख्या नहीं बताएं। प्रत्येक 6 महीने में अपनी पासवर्ड को चेंज करें। उन्होंने लोगों को मोबाइल संबंधित कई जानकारियां दिया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित ग्रामीणों से भी साइबर संबंधित अपराध के रोकथाम के बारे में सुझाव लिया गया। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभाकर मिर्धा, इंस्पेक्टर सुबोध प्रसाद, साइबर इंस्पेक्टर चितरंजन मिश्रा, थाना प्रभारी मंगल कुजूर, ग्रामीणों में राम प्रसाद मंडल, श्यामसुंदर मंडल, महेंद्र मंडल, सनोज मंडल, प्रभु मंडल, मंसूर अंसारी, ¨ककर पंडित, शिवप्रसाद साह, गुल मोहम्मद, वकील मरांडी, सुशील हेंब्रम, गोपाल साह, लक्ष्मी रानी देवी, बबीता देवी, जहांआरा, छोटेलाल कॉल समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।


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