सोशल ऑडिट टीम पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग
संवाद सहयोगी, जामताड़ा: सोशल ऑडिट टीम के पदाधिकारी व सदस्यों द्वारा प्रताड़ित करने का प
संवाद सहयोगी, जामताड़ा: सोशल ऑडिट टीम के पदाधिकारी व सदस्यों द्वारा प्रताड़ित करने का परिणाम है कि बनरचुआं पंचायत में पदस्थापित रोजगार सेवक नरेंद्र मुर्मू को ब्रेन हेम्ब्रेज का शिकार होना पड़ा। वर्तमान समय में मुर्मू रांची स्थित रिम्स अस्पताल में मौत से जूझ रहा है वहीं परिवार के सदस्य सुबक रहे हैं। उक्त बातें सोमवार को मनरेगा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष नरेश कुमार सिन्हा व महामंत्री कमल देव ¨सह ने कहा। संघ ने इस निमित्त सूबे के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, उपायुक्त को ज्ञापन दिया है। सरकार व जिला प्रशासन से 10 लाख रुपये मुआवजा, समुचित उपचार की व्यवस्था एवं अंकेक्षण टीम के पदाधिकारी व सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। संघ सदस्यों ने कहा रोजगार सेवकों को महज छ: हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाता है। इसी कारण परिवार की माली हालत दयनीय है। कहा कि नागेंद्र मुर्मू को मनरेगा सोशल ऑडिट टीम के साथ काम करने के क्रम में ब्रेन हेम्ब्रेज हुआ। ब्रेन हेम्ब्रेज का मुख्य कारण मनरेगा सोशल ऑडिट टीम के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा आर्थिक, मानसिक एवं व्यवहारिक प्रताड़ना है। झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ ऐसी घटना की घोर ¨नदा करता है। मनरेगाकर्मी संघ ने उपायुक्त से तत्काल सोशल ऑडिट टीम पर रोक लगाते हुए बंदरचुवां पंचायत के मनरेगा सोशल ऑडिट टीम के सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।