68 उच्च विद्यालयों में नहीं शुरू हो सका स्मार्ट क्लास
जामताड़ा विद्यालय के बैंक खाता में राशि आवंटित होने के एक वर्ष बाद भी जिले के 68 उच्च विद्यालय उत्क्रमित उच्च विद्यालय एवं पल्स टू विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू नहीं हो पाई। स्मार्ट क्लास सुव्यवस्थित कर संचालन शुरू करने के लिए उपायुक्त के निर्देश पर 4851000 रुपये 68 उच्च विद्यालय के बैंक खाते में आवंटित किया गया था।
जामताड़ा : विद्यालय के बैंक खाता में राशि आवंटित होने के एक वर्ष बाद भी जिले के 68 उच्च विद्यालय, उत्क्रमित उच्च विद्यालय एवं पल्स टू विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू नहीं हो पाई। स्मार्ट क्लास सुव्यवस्थित कर संचालन शुरू करने के लिए उपायुक्त के निर्देश पर 48,51000 रुपये 68 उच्च विद्यालय के बैंक खाते में आवंटित किया गया था। राशि प्राप्त होने के एक वर्ष गुजर जाने के बाद भी स्मार्ट कक्षा नहीं चलने से आवंटित राशि को पुन: जिला शिक्षा कार्यालय ने वापस ले लिया है। मालूम हो की उक्त राशि जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट मद से आवंटित की गई है। प्रत्येक विद्यालय को 73000 रुपये आवंटित किया गया था।
--- स्मार्ट क्लास में ये काम होते : प्राप्त 73000 रुपये से स्कूल प्रबंधन समिति विद्यालय कक्ष में स्मार्ट क्लास संचालन संबंधित सभी सुविधा से लैस करती। इसके लिए कम्प्यूटर सेट, प्रोजेक्टर सेट, प्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिका,बिजली वॉयरिग आदि कार्य करना था। लेकिन विभागीय उपेक्षा या प्रधानाध्यापकों की लापरवाही के कारण विद्यालय के बैंक खाता में छह माह तक आवंटित राशि पड़ी रही। इसके बाद भी स्मार्ट कक्षा स्थापित नहीं हो पाया।
ये थी समस्या : इस संबंध में संबंधित उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया की स्मार्ट क्लास स्थापित करने में जितने राशि खर्च की आवश्यकता है। उससे कम राशि विभाग से मिली। राशि खर्च करने की प्रक्रिया भी जटिल थी। इसी कारण स्मार्ट कक्षा स्थापित नहीं हो पाया है। विभाग के निर्देश पर आवंटित राशि को वापस किया गया।
---वर्जन : चयनित उत्क्रमित उच्च व उच्च विद्यालयों में शीघ्र स्मार्ट क्लास स्थापित होगा। आवंटित राशि कम होने व राशि खर्च करने की प्रक्रिया जटिल होने के कारण किसी भी विद्यालय में स्मार्ट क्लास स्थापित नहीं हो पाया। राशि बैंक खाता में लंबित थी। इसलिए विभागीय खाता में वापस कर ली गई। आगामी शिक्षण सत्र में सभी चयनित उच्च विद्यालयों में स्मार्ट कक्षा की सुविधा होगी। बेहतर स्मार्ट क्लास स्थापित करने को टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बांके बिहारी सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी।