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जिले में खुले छह धान क्रय केंद्र, खरीदारी शून्य

जामताड़ा जिले में खुले छह लैंपस में धान की खरीदारी शून्य है। जबकि क्रय केंद्र खुले बीस दिन

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 06:53 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 06:53 PM (IST)
जिले में खुले छह धान क्रय केंद्र, खरीदारी शून्य
जिले में खुले छह धान क्रय केंद्र, खरीदारी शून्य

जामताड़ा : जिले में खुले छह लैंपस में धान की खरीदारी शून्य है। जबकि क्रय केंद्र खुले बीस दिन गुजरने को है। पहले ऑनलाइन खरीदारी को लॉगइन की समस्या थी। यह समस्या इसी माह खत्म हुई तो अब सरकारी आदेश का इंतजार है। जब आदेश मिलेगा तो किसानों से धान लिया जाएगा और किसानों से धान लेकर किस मिल को भेजा जाएगा, यह भी अब तक तय नहीं हो पाया है। मिल चयन प्रक्रिया में है। जबकि किसान अपनी जरूरतों को पूरी करने को दूसरे-तीसरे हाथ में कम मूल्य पर अपना धान बेचने को विवश है। गीला धान नहीं खरीदना है, इस सरकारी आदेश से धान अधिप्राप्ति की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई।

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जिले के प्रत्येक प्रखंड में एक-एक धान क्रय केंद्र का शुभारंभ 15 नवंबर को किया गया था।

--- क्या कहते हैं पंजीकृत किसान : नारायणपुर के मंसूर अंसारी तथा सिकंदर अंसारी, करमाटांड़ प्रखंड के जय देव मिर्धा तथा बाबूजन सोरेन, जामताड़ा प्रखंड से सुभाष मिर्धा तथा देवाशीष सर्खेल आदि कई अन्य किसानों ने कहा की जिले में अधिकांश किसानों की रबी फसल आच्छादन के लिए खरीफ धान फसल बेचना जरूरी है। कहा कि बीज का क्रय करना है पर पैसे नहीं हैं। विभागीय घोषणा हुई कि 15 नवंबर से धान की खरीदारी होगी तो किसानों में खुशी थी कि अब 2000 रुपये प्रति क्विंटल धान का दाम मिलेगा। लेकिन 15 नवंबर से पांच दिसंबर गुजर जाने के बाद भी धान नहीं लिया जा रहा। क्रय केंद्र में विभिन्न विभागीय तकनीकी गड़बड़ी का कारण बताया जा रहा है। बताया कि किसान विवश होकर धान 1200 सौ से 1400 रुपये प्रति क्विंटल बाजार में खुलेआम बेच रहे हैं।

---केंद्र खुला, पंजीकरण हुआ पर गीला धान नहीं लेना : धान क्रय केंद्र से संबंधित सहकारिता लैंपस अध्यक्ष तथा सहायक प्रबंधक बताते हैं कि धान क्रय केंद्र खुल गया है। जरूरतमंद किसानों का पंजीकरण किया गया है। पंजीकरण से वंचित किसानों का पंजीकरण कार्य जारी है। कच्चे धान की खरीदारी नहीं होनी है। इसलिए खरीदारी बंद है। खरीदने पर धान किस मिल में भेजा जाएगा, इस संबंध में विभागीय प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। धान की खरीदारी के ऑनलाइन सभी लैंपस को लॉगइन चाहिए, जबकि सभी को लॉगइन नहीं मिली है। कहा कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश प्राप्त होते ही धान की खरीदारी शुरू हो जाएगी। फतेहपुर लैंपस के सहायक प्रबंधक भुवन दत्ता ने बताया की खरीद की गई धान किस मिल में भेजा जाएगा। इस संबंध में जानकारी प्राप्त नहीं है। कच्चे धान खरीदारी का निर्देश प्राप्त नहीं है। करमाटांड़ व नारायणपुर धान क्रय केंद्र के संचालक का भी यही कहना है।

-- एक लाख पांच हजार क्विंटल खरीदारी का लक्ष्य : जिले में किसानों से प्रतिशत धान की खरीदारी के लिए एक लाख पांच हजार क्विंटल धान खरीदारी का लक्ष्य है। इसे पूरा करने को सभी छह प्रखंडों में एक-एक क्रय केंद्र 15 नवंबर को खुला। किसानों की सुविधाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने प्रत्येक प्रखंड में अतिरिक्त एक- एक धान क्रय केंद्र खोलने का प्रस्ताव राज्य मुख्यालय को स्वीकृति के लिए भेजा है। स्वीकृति मिलते ही जिले में अतिरिक्त धान क्रय केंद्र खुल जाएंगे।

---यहां खुले केंद्र : नारायणपुर प्रखंड में सबनपुर, जामताड़ा प्रखंड में व्यापार मंडल परिसर, नाला प्रखंड में कुलडंगाल, फतेहपुर प्रखंड में डुमरिया, कुंडहित प्रखंड में बाबूपुर, करमाटांड़ प्रखंड में सीकरपोसनी सहकारिता लैंपस में धान क्रय केंद्र 15 नवंबर से शुरू है। जबकि राज्य मुख्यालय को भेजे गए प्रस्ताव में नारायणपुर प्रखंड का पाबिया, जामताड़ा प्रखंड का पीयालशोला, नाला प्रखंड में पेकवड़, फतेहपुर में पालोजोरी, कुंडहित प्रखंड में खजूरी तथा करमाटांड़ प्रखंड में नावाडीह सहकारिता लैंपस अतिरिक्त क्रय केंद्र के रूप में शामिल है। सभी धान केंद्रों में धान की नमी को मापने के लिए आद्रता मापक यंत्र उपलब्ध कराया गया है। ---वर्जन : धान खरीदारी को लेकर प्रत्येक प्रखंड में एक-एक क्रय केंद्र तैयार है। सरकार के विभागीय मंत्री के निर्देश प्राप्त होते ही धान खरीदारी का कार्य शुरू हो जाएगा। विभाग निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप धान की खरीदारी करेगा।

--प्रधान माजी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी।


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