आधार के पेच में फंसी 32 हजार की छात्रवृत्ति
चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 के छह माह गुजर जाने के बाद भी विभागीय उदासीनता से हजारों छात्रों की छात्रवृत्ति लटक गई है।
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 के छह माह गुजर जाने के बाद भी विभागीय उदासीनता के कारण विभिन्न विद्यालयों के 32000 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हो पाया है। इसमें आधार सीडिंग का पेच फंस गया है।
सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से दस तक अध्यनरत 123671 छात्र-छात्राओं में 87555 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति उपलब्ध कराने का लक्ष्य था। अब तक महज 55949 छात्र-छात्राओं को ही लाभ मिल पाया है। बैंक खाते से आधार सी¨डग का काम अधर में लटकने से ऐसी समस्या उत्पन्न हुई है। उपायुक्त ने शिक्षा व कल्याण विभाग के पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि जल्दी शतप्रतिशत छात्र-छात्राओं के बैंक खाता में छात्रवृत्ति राशि भुगतान करें।
इन छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने का प्रावधान :
सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से दस तक अध्यनरत एसटी, एससी एवं पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रवृत्ति राशि निर्धारित है। कक्षा एक से चार के विद्यार्थी के लिए 500 रुपये, कक्षा पांच एवं छह के लिए 1000 रुपये एवं जबकि कक्षा नौ व दस के एसटी व एससी छात्र-छात्राओं के लिए 2250 रुपये एवं पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए 1500 रुपये निर्धारित है। विभिन्न विद्यालयों में उक्त वर्गों के 87555 छात्र-छात्राएं विभिन्न कक्षा में अध्यनरत हैं।
32000 छात्र-छात्राओं का आधार सीडिंग लटका
शिक्षा विभाग शतप्रतिशत छात्र-छात्राओं का बैंक खाता खोलने व बैंक खाता की आधार सी¨डग कराने को एक साल से प्रयासरत है। बावजूद 32000 छात्र-छात्राओं का आधार सीडिंग का काम लटका हुआ है। इसका खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार अनेक छात्र-छात्राओं के बैंक खाता में छात्र का नहीं बल्कि माता-पिता, भाई-बहन, चाचा-चाची का आधार नंबर ¨लक किया गया है। इसलिए संबंधित छात्र के बैंक खाता में छात्रवृत्ति राशि भेजना संभव नहीं हो सका है। कोट-
जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक से पत्राचार कर शेष छात्र-छात्राओं के बैंक खाता की आधार सी¨डग व मै¨पग सूची मांगी गई है। सूची मिलने पर छात्रवृत्ति का भुगतान कर दिया जायेगा।
-उत्तम कुमार भगत, जिला कल्याण पदाधिकारी।