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देखरेख के अभाव में विद्यालय भवन हो रहा जर्जर

मुरली पहाड़ी (जामताड़ा)-शैक्षणिक अंचल नारायणपुर के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय धनजोरी का ह

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 08:53 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 08:53 PM (IST)
देखरेख के अभाव में विद्यालय भवन हो रहा जर्जर

मुरली पहाड़ी (जामताड़ा)-शैक्षणिक अंचल नारायणपुर के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय धनजोरी का हाल बेहाल है। यहां का विद्यालय भवन देखरेख के अभाव में जर्जर होता जा रहा है। ऐसे यहां दो अलग-अलग विद्यालय भवन है। जो भवन सबसे पहले बना है, उसमें अब विद्यालय प्रबंधन को ताला लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। प्रतीत ऐसा होता है जैसे इस भवन का उपयोग बच्चों के बैठने के लिए नहीं, बल्कि पशुओं के उपयोग के लिए हो रहा है। प्रबंधन के पास जब विद्यालय विकास मद में फंड हुआ करता था, तब न तो इसका रंग-रोगन किया गया और ना ही इसकी मरम्मत करवाई गई। अब तो इसके छज्जे से प्लास्टर तक लटकने लगे हैं। खिड़की तथा दरवाजे जंग खा चुके हैं। किसी दरवाजे का आधा भाग टूट गया है। बरामदे पर ईट के टुकड़े, बालू आदि पड़े रहते हैं। विभाग ने विद्यालय के शुरुआत के कुछेक वर्ष बाद ही यहां लाखों रुपये की लागत से भवन बनवाया था। उद्देश्य यही था कि बच्चों को पठन-पाठन में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्हें खुले आसमान के नीचे बैठना न पड़े। दो चार वर्षो तक तो एकमात्र भवन रहने के कारण इसका उपयोग होता रहा, लेकिन जैसे ही विभाग ने यहां दूसरा भवन दिया, प्रबंधन ने इसका उपयोग ही करना छोड़ दिया।

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उक्त विद्यालय के विद्यार्थी वासुदेव मरांडी, ममता मरांडी व चांद मुनि सोरेन ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष से विद्यालय नहीं जा रहा हूं। यहां दो भवन रहने के कारण एक ही भवन का उपयोग हो रहा है। पुराने भवन में हम लोग इसके पहले पठन-पाठन नहीं करते थे। इस भवन में प्रबंधन ने भी कभी बैठने को नहीं कहा। इस भवन की देखभाल बेहतर तरीके से हो तो निश्चित रूप से इसका उपयोग हो सकता है।

क्या कहते हैं प्रमुख : प्रमुख अंजनी हेंब्रम ने बताया कि विद्यालय भवन का देखभाल प्रबंधन को करना चाहिए। यदि इसके रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया गया, तो निश्चित रूप से कुछ ही दिनों में यह जर्जर हो जाएगा। यह सरासर सरकारी पैसों का दुरुपयोग है।


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