एटीएम कार्ड क्लोनिग गिरोह का सरगना है संतोष
कोदराटांड़ निवासी संतोष मंडल की पहचान एटीएम कार्ड का क्लोन बनाने वाले गिरोह के सरगना के रूप में हुई है।
जामताड़ा : करमाटांड़ के कोदराटांड़ निवासी संतोष मंडल की पहचान एटीएम कार्ड का क्लोन बनाने वाले गिरोह के सरगना के रूप में हुई है। एसपी शैलेंद्र कुमार सिन्हा के मुताबिक संतोष गिरफ्तार सुकदेव मंडल का पुत्र व नवीन मंडल का भाई है। पुलिस ने मंगलवार देर शाम को कोदराटांड़ मे छापेमारी कर सुकदेव व किशोर मंडल के साथ नवीन मंडल को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनके पास से स्कार्पियो, बोलेरो, कार्ड बनाने वाली क्लोनिग मशीन, मोबाइल, सिम, फर्जी एटीएम कार्ड आदि भी जब्त किया है। मंगलवार को तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पहले भी पुलिस के हत्थे चढ़ा था संतोष : एसपी को सूचना मिली थी कि कोदराटांड़ में साइबर अपराधी एटीएम कार्ड का क्लोन बना रहे हैं। इस पर साइबर थाना के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी सुनील चौधरी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर गुंदरू उरांव, संजय कुमार आदि ने सोमवार को सुकदेव मंडल के घर में छापेमारी की। मौके से सुकदेव व उसका भाई किशोर मंडल व सुकदेव का पुत्र नवीन मंडल को दबोचा गया। इनकी निशानदेही पर कोदराटांड़ के एक बगान में फेंके क्लोनिग करने वाली मशीन आदि बरामद की गई।
एसपी शैलेंद्र सिन्हा ने मंगलवार को यहां पत्रकारों को बताया कि कार्ड का क्लोन बनाने वाले बड़े गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार सुकदेव का पुत्र संतोष मंडल है। पुलिस उसे पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी थी। जेल से निकलने के बाद वह एटीएम कार्ड का क्लोन अपने परिवार के सहयोग से बनाने लगा था। वह फरार है जबकि उसके भाई नवीन व चाचा किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूरा परिवार ही गिरोह के रूप में क्लोनिग के जरिए साइबर अपराध रहा था। एसपी ने कहा कि उसकी मां भी अपराध में सहयोगी थी। मशीन उसी ने छिपाई थी।
इन सामग्रियों की हुई बरामदगी : एसपी ने बताया कि सुकदेव के घर से क्लोन कार्ड बनाने में उपयोगी कार्ड स्कीमर, लेनेवो नेटबुक, आठ मोबाइल, छह फर्जी सिम, एसबीआइ, कोटक, इंडियन बैंक रुपये कार्ड समेत 16 फर्जी बैंक एटीएम कार्ड, जेएच 15 यू 1092 नंबर की एक स्कार्पियो, जेएच 21एफ 1719 नंबर की एक बोलेरो जब्त की गई है। एसपी ने बताया कि जांच में बड़ी संख्या में एटीएम क्लोनिग के शिकार व्यक्तियों के एटीएम कार्ड का नंबर भी पता चला है। अन्य साइबर अपराधियों का भी साक्ष्य मिला है। गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में अपने अन्य सहयोगियों के नाम का भी खुलासा किया है। उन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
ये भी थे छापेमारी में : सअनि राजेश्वर यादव, आरक्षी प्रदीप सिंह, ओमप्रकाश यादव, श्याम किशोर शर्मा, जयकिशन सिंह, विल्सन कोनगाड़ी, रुपेश झा, पिकी, नीलमणि आदि थे।