चितरपुर गांव की सड़क जर्जर, दस वर्षो से नहीं ली सुध
जामताड़ा के नारायणपुर प्रखंड की टोपाटांड़ पंचायत के चितरपुर गांव की जर्जर सड़क लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है।
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : जामताड़ा के नारायणपुर प्रखंड की टोपाटांड़ पंचायत के चितरपुर गांव की जर्जर सड़क लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। गांव में करीब दस वर्ष पूर्व ग्रेड टू सड़क बनी थी। इसकी स्थिति इतनी खराब हो गई है कि इसमें लोगों का चलना दूभर हो गया है। सड़क में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। ग्रेड टू के दौरान जो पत्थर दिए गए थे वे पत्थर निकल चुके हैं। इसकी जर्जरता के कारण सड़क में महीने दो महीने में कोई न कोई दुर्घटना घटित हो जाती है।
इस बाबत ग्रामीण दिनेश्वर रजवार, इकराम अंसारी, छोटू मल्लाह, दुखन राय, रामचंद्र मल्लाह, लालो मल्लाह, भदरु मल्लाह ने बताया कि इस सड़क के बने हुए करीब 10 वर्ष हो चुके हैं। प्रखंड कार्यालय के मनरेगा के माध्यम से इस सड़क का निर्माण हुआ था। सड़क निर्माण के एक दो वर्ष तक तो हम सबों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हुई। क्योंकि पत्थर के साथ-साथ इस सड़क में मिट्टी मोरम भी डाले गए थे लेकिन जैसे-जैसे ही समय बीतता गया, सड़क में दिए गए मिट्टी-मोरम बारिश के पानी की वजह से बहते गए। इस वजह से अब सड़क पर से नुकीले पत्थर झांकने लगे हैं। पत्थर निकलने के कारण लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी होती है। कभी बच्चे साइकिल से गिर जाते हैं तो कभी बड़े बुजुर्ग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों ने सड़क की मरम्मत की मांग विभागीय अधिकारी से लेकर मुखिया व विधायक तक कर चुके। मुखिया व विधायक ने इस सड़क में 400 फीट के आस-पास पीसीसी सड़क निर्माण की स्वीकृति दी। दोनों के मद से प्राप्त राशि से सड़क का निर्माण कार्य हुआ लेकिन इस जर्जर सड़क के लिए 400 फीट पर्याप्त नहीं है। पुन: जर्जर सड़क में पीसीसी निर्माण की मांग की गई, लेकिन इस बार मुखिया ने तरजीह नहीं दी। मुखिया सकिता हेम्ब्रम ने बताया कि इस जर्जर सड़क की जानकारी उन्हें हैं। 14 वें वित्त आयोग मद की राशि प्राप्त होते ही इस सड़क का पीसीसी करवाया जाएगा।