अवध में जनमें रघुराई, कौशल्या को मिली बधाई
विद्यासागर (जामताड़ा) श्रीरामलीला महोत्सव के आयोजन को लेकर विद्यासागर प्रखंड क्षेत्र के काशीटांड़ गांव में उत्सवी माहौल है। धर्म प्रचारक मंडल प्रयागराज की ओर से महोत्सव का आयोजन किया गया है। 10 दिवसीय रामलीला के प्रथम दिन दशरथ पुत्र श्री रामजी के जन्मोत्सव के बारे में बताया गया।
विद्यासागर (जामताड़ा) : श्रीरामलीला महोत्सव के आयोजन को लेकर विद्यासागर प्रखंड क्षेत्र के काशीटांड़ गांव में उत्सवी माहौल है। धर्म प्रचारक मंडल प्रयागराज की ओर से महोत्सव का आयोजन किया गया है। 10 दिवसीय रामलीला के प्रथम दिन दशरथ पुत्र श्री रामजी के जन्मोत्सव के बारे में बताया गया। रामलीला महोत्सव को लेकर गुरुवार को अयोध्या नगरी बना काशीटांड़ गांव का मैदान खुशियों से झूम उठा। दीपावली की तरह मिठाईयां बांटी गई और आकर्षक सजावट की गई। मौका था मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का। रामलीला मंचन के दृश्य में भगवान के जन्म के साथ ही पूरे मैदान के लोग प्रभु राम की एक झलक पाने को व्याकुल दिखे।
इसके पूर्व रामलीला का प्रारंभ राजा दशरथ के संतान न होने के कारण अपने कुलगुरु वशिष्ठ जी के पास जाना, वशिष्ठ जी द्वारा श्रृंगी ऋषि के जरिए पुत्र कामेष्ठि यज्ञ करवाना। यज्ञ कुंड से अग्नि देवता का प्रकट होकर खीर प्रदान करना। राजा दशरथ की ओर से तीनों रानी कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा को खीर प्रदान करना और खीर खाकर तीनों रानी के गर्भधारण का मंचन किया गया।
रामलीला मंचन के जरिए बताया गया कि भगवान राम के साथ तीनों भाईयों के जन्म लेते ही राजा दशरथ और रानी कौशल्या बड़े ही उत्साहित हुई। अवध में चारों ओर बधाई गान गाए गए। कौशल्या जायो लल्ला, अवध में मचो हल्ला, अवध में जनमें रघुराई, कौशल्या रानी दे दो बधाई गीत से चोरों तरफ खुशियों की बरसात हुई।
शिव नारायण, व्यास हरि महाराज व मैनेजर उमाशंकर सिंह की टीम ने संगीतमय रामलीला का आयोजन किया। ठंड के बीच मैदान में दर्शक जमे रहे। रामलीला के संगीत में लोग देर रात तक झूमते रहे।