सफलता पाने के लिए आड़े नहीं आएगी गरीबी
यदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में किन्हीं को कोई कठिनाई हो रही है तो कई मदद करने वाले कोचिग संस्थान तैयार हैं। उनकी पढ़ाई में बाधा नहीं पहुंचेगी।
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : किसी बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए विद्यार्थियों को कम से कम आठ घंटे मन से अध्ययन करना चाहिए। यदि पढ़ाई के दौरान बेहतर मित्रों का संगत, अच्छे गुरु जन, विषय के जानकार लोगों के साथ परिचर्चा करेंगे तो किसी भी प्रतियोगिता में समय पर सफलता मिल सकती है। प्रतियोगी परीक्षाओं में एनसीईआरटी की पुस्तक, सामान्य ज्ञान सहित अन्य विषयों की जानकारी विस्तृत रूप से रखनी चाहिए। यह बातें राजकीयकृत प्लस टू उच्च विद्यालय नारायणपुर में सोमवार को आयोजित शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों को प्रशिक्षु आइपीएस शुभांशु जैन ने कही।
उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यार्थी की सफलता के पीछे शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान रहता है। आइएएस -आइपीएस में सफलता हासिल करने के लिए गरीबी आड़े नहीं आ सकती। आजकल देश के विभिन्न राज्यों में आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के तैयारी के लिए कई कोचिग सेंटर चल रहे हैं। यदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में किन्हीं को कोई कठिनाई हो रही है तो कई मदद करने वाले कोचिग संस्थान तैयार हैं। उनकी पढ़ाई में बाधा नहीं पहुंचेगी। सबसे पहले बेसिक तैयारी करना चाहिए। संघ लोक सेवा आयोग के 2018 बैच में कई सामान्य परिवार के विद्यार्थी सफलता हासिल कर अच्छा रैंक हासिल किया। जिस विषय में आपकी अच्छी पकड़ है उस विषय से प्रतियोगिता में भाग लें। यदि पहले, दूसरे या तीसरे प्रयास में भी सफलता नहीं मिलती है तो मनोबल बनाकर रखना चाहिए। बच्चों ने बहुत ही संयम पूर्वक उनकी बातों को सुना और कई प्रकार के प्रश्न भी पूछे।
उन्होंने जामताड़ा में बढ़ रहे साइबर अपराध के दुष्परिणाम से बच्चों को रूबरू कराया। झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने कहा इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन होते रहना चाहिए ताकि बच्चों में शैक्षिक संवाद बना रहे। मौके पर राजेश तिवारी, झुमका देवी मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्याम लाल महतो, प्रधानाचार्य छक्कु चंद्रर दास, अध्यक्ष कुंदन सिन्हा, विनोद कुमार, सौरभ मालवीय, अनिल कुमार उपस्थित थे।