इस्लाम अमन और शांति का पैगाम देता
संवाद सहयोगी जामताड़ा मदरसा नदवातूल इस्लाह फुकबंदी में मंगलवार रात्रि को जलसा ए दस्तारबंदी
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : मदरसा नदवातूल इस्लाह फुकबंदी में मंगलवार रात्रि को जलसा ए दस्तारबंदी मुशायरा कांन्फ्रेंस हुआ। मुख्य अतिथि बिहार के फुलवारी शरीफ से मौलाना अब्दुल्लाह सालिम चतुर्वेदी, यूपी से दिल खैराबादी जामताड़ा से कारी जमशेद जोहर, मौलाना सोहराब आदि थे।
जलसा की शुरुआत कुरान की तिलावत से की गई। उसके बाद मदरसे में पढ़ने वाले 60 बच्चों की दस्तारबंदी हुई। इन सभी बच्चों को हाफिज की उपाधि दी गई। जलसा की अध्यक्षता मौलाना इस्लाम कासमी ने की। मौलाना अब्दुल्लाह सालिम चतुर्वेदी ने कहा कि इस्लाम अमन और शांति का पैगाम देता है।
शिक्षा जीवन का सबसे अहम अंग है शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति अधूरा है। मौलाना सोहराब ने कहा कि इस्लाम इंसानियत की शिक्षा देता है। हमें इस शिक्षा व्यवहारिक रूप से दुनिया के सामने पेश करना चाहिए। कुरान पढ़ना और पढ़ाना सबसे बेहतर अमल है। मौके पर आयोजक कमेटी के मौलाना अब्दुल मोहिद, मौलाना मोहिउद्दीन, सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।