घर में नहीं जला चूल्हा, इलाके में शोक
स्वजनों को ढाढस बंधाने को लोगों की भीड़ सोमवार को उसके घर जुटी रही। स्वजनों ने बताया कि रविवार को तो वह घर पर ही था।
मिहिजाम (जामताड़ा) : काग्रेस नेता राहुल की हत्या से मिहिजाम आबेडकर नगर में रहने वाला उसका परिवार बेहद दुखी है। उसके घर में रविवार को चूल्हा नहीं जला। उसकी मा व बहन का रो-रोकर बुरा हाल है।
पूरे इलाके में मातम हैं। उसकी हत्या से लोग बेहद दुखी हैं। लोगों ने कहा कि वह कुछ न कुछ काम कर परिवार की मदद तो करता ही था, राजनीति में भी पर्याप्त समय देता था। स्वजनों को ढाढस बंधाने को लोगों की भीड़ सोमवार को उसके घर जुटी रही। स्वजनों ने बताया कि रविवार को तो वह घर पर ही था। शाम को कुर्मीपाड़ा में रहने वाला एक युवक आया था। वह उसका दोस्त था। उसके साथ ही वह बाइक से गया था। रात में उसकी हया की सूचना मिली। राहुल के स्वजनों व स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपितों को पुलिस पकड़कर दुखी परिवार को न्याय दिलाए। कहा कि रेल नगरी के रूप में विख्यात चितरंजन में विधि व्यवस्था का हाल खराब है। अतिसुरक्षित क्षेत्र चित्तरंजन 2020 के जुलाई में स्क्रैप व्यवसायी बलराम सिंह की भी हत्या की गई थी। उनकी कनपटी व सीने में गोली लगी थी। ऐसी वारदातों से चित्तरंजन के लोगों में भी दहशत है। 12वीं कक्षा के बाद छोड़ दी थी पढ़ाई
राहुल के पड़ोसियों ने बताया कि राहुल के दो भाई व एक बहन थी। वही सबसे बड़ा था। घर की माली हालत ठीक नहीं थी। इसलिए 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। वह इधर-उधर कुछ न कुछ काम कर घर वालों की मदद करता था। कैटरिंग में भी काम करता था। उसके पिता राजेश राम का कहना है कि किसी से कोई दुश्मनी भी नही थीं। उसकी हया आखिर किसने और क्यों की, समझ में नहीं आ रहा है। यूथ काग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने बताया कि राहुल पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता था। छह वर्ष पहले काग्रेस से जुड़ा था। उसकी सक्रियता को देख जिला यूथ काग्रेस सचिव का पद दिया गया था। शाम तक शव उसके घर नहीं लाया जा सका था।