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संक्रमितों के उपचार में बढ़ी चिकित्सा की मुश्किलें

संवाद सहयोगी जामताड़ा जिले में सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या 150 होने से स्वास्थ्य विभाग क

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 07:02 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 06:21 AM (IST)
संक्रमितों के उपचार में बढ़ी चिकित्सा की मुश्किलें
संक्रमितों के उपचार में बढ़ी चिकित्सा की मुश्किलें

संवाद सहयोगी, जामताड़ा : जिले में सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या 150 होने से स्वास्थ्य विभाग को उपचार में परेशानी शुरू हो गई है। जिला स्तरीय कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल उदलबनी तथा पॉलिटेक्निक कॉलेज उदलबनी में संक्रमित मरीजों को इलाज किया जा रहा है। दो भवनों में संक्रमित मरीज का उपचार शुरू होने से चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी खलने लगी है। इधर जिले में कोरोना का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी का परिणाम है कि एक माह की अवधि में जिले में संक्रमित मरीज की संख्या अस्पताल में बेड की क्षमता से तीन गुनी अधिक हो चुकी है। जिले में मंगलवार तक सक्रिय संक्रमित मरीज की संख्या 150 पहुंच चुकी है। कोरोना अस्पताल उदलबनी में 50 संक्रमित मरीज को रखने की क्षमता है। वर्तमान समय में अस्पताल भवन में 50 संक्रमित, महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन में 30 संक्रमित तथा पॉलिटेक्निक कॉलेज उदलबनी भवन में 70 संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। संक्रमित मरीज की संख्या बढ़ने के बाद अलग-अलग तीन भवनों में संक्रमित मरीज को शिफ्ट कर उपचार शुरू किया गया है। लेकिन अब तक चिकित्सक, एएनएम, जीएनएम, सफाई कर्मी आदि कार्य बल की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो पाई है।

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चिकित्सकों की मानें तो तीन अलग-अलग भवन में विस्तारित संक्रमित बेड तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए 12 एएनएम, छह जीएनएम, चार चिकित्सक विशेषज्ञ, 10 सफाई कर्मी की आवश्यकता है। जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ अजीत कुमार दुबे ने बताया कि पूर्व में 50 से कम संख्या में संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती रहता था।

--- जिस अनुपात में संक्रमित मरीज की संख्या में इजाफा हुई है उसी हिसाब से चिकित्सक तथा स्वास्थ्य कर्मी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जिला स्तरीय को कोरोना अस्पताल प्रभारी से इस संबंध में प्रतिवेदन मांगा गया है। आवश्यकता पड़ी तो सदर अस्पताल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी की टीम स्वास्थ्य सेवा में हाथ बटाएंगे। ----डॉ आशा एक्का, सिविल सर्जन।


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