आम लोगों तक पहुंचे न्याय
इस मौके पर 17 मामलों का निष्पादन कर 73 हजार रुपये की वसूली की गई।
जामताड़ा : जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत की अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रदीप कुमार चौरसिया ने की। इस मौके पर 17 मामलों का निष्पादन कर 73 हजार रुपये की वसूली की गई।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ जिला जज ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार ने न्याय प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए आम लोगों तक कानून की जानकारी पहुंचाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। सरकार चाहती है कि आम लोगों तक न्याय पहुंचे। पैनल अधिवक्ताओं के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को कानून की निश्शुल्क जानकारी दी जा रही है। जो लोग गरीब हैं, असहाय हैं उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा कानूनी सुविधा उपलब्ध कराकर सहायता पहुंचाई जा रही है। बताया कि लोक अदालत एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां दोनों पक्षों की राजी-खुशी से मामले का निष्पादन किया जाता है। इसमें कोई भी पक्ष हारता नहीं है बल्कि हंसते-हंसते मामले का निष्पादन कर अपने घर जाता है।
इस क्रम में कुटुंब न्यायालय के न्यायाधीश मनोज कुमार ने बताया कि छोटे छोटे मामले में वाद दायर कर देते हैं फिर बाद में वहीं मामले मध्यस्थता के माध्यम से निष्पादित कर दिया जाता है। कुटुंब न्यायालय में पारिवारिक मामले निष्पादन किया जाता है। मध्यस्थता केंद्र में दोनों पक्षों की बात सुनकर दोनों पक्षों की रजामंदी से मामले का निष्पादन किया जाता है। यदि किसी का परिवारिक मामला न्यायालय में लंबित है और मध्यस्थता के माध्यम से निष्पादन कराना चाहते हैं तो मध्यस्थता केंद्र का लाभ उठा सकते हैं।
इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव बिपिन बिहारी गौतम, सीजेएम मोहम्मद अब्दुल नसीर, एसीजेएम शैलेंद्र कुमार, एसडीजेएम विक्रम आनंद आदि मौजूद थे।