समाज की तरक्की के लिए बेटियों को शिक्षित करना जरूरी
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : समाज बेटियों को पीछे रख कर आगे नहीं बढ़ सकती है। यदि समाज क
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : समाज बेटियों को पीछे रख कर आगे नहीं बढ़ सकती है। यदि समाज को तरक्की करनी है तो नारी शक्ति को शिक्षित करना होगा। यह बातें बीआइटी बलियापुर के निदेशक प्रो. अब्दुल रहमान ने नारायणपुर के अल्पसंख्यक आवासीय बालिका विद्यालय चंपापुर के नौवां वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में कही। इनके अलावा इस कार्यक्रम में गिरिडीह, धनबाद, जामताड़ा एवं देवघर के कई अतिथियों ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज अपने बेटियों को शिक्षा देने से हिचक रहा है। यही कारण है हमारे परिवार में पढ़ी-लिखी बहू नहीं आ रही है। इस सुदूरवर्ती इलाके में अल्फुरकान, एजुकेशनल वेलफेयर सोसायटी यदि बालिकाओं को शिक्षा दे रही है तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। वास्तविक में इस संस्थान के संचालक धन्यवाद के पात्र हैं। कहा कि अल्पसंख्यक समाज को मजहबी पढ़ाई के साथ अन्य विषयों एवं भाषाओं की शिक्षा पर ध्यान देना होगा। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बहुत जरूरी है क्योंकि सिर्फ उर्दू व अरबी की पढ़ाई कर लेने से हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा संसाधन है जिसके बदौलत मनुष्य आसमान को छू पाया है। कहा कि सामान्य शिक्षा के अलावा बालिकाओं को हुनर में दक्षता लाने के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण भी मिलना चाहिए। कहा कि यहां कंप्यूटर की पढ़ाई की व्यवस्था कराएं और अपने महाविद्यालय की ओर से यहां कंप्यूटर दूंगा। रमजान के बाद यहां कंप्यूटर की पढ़ाई शुरू होनी चाहिए। उन्होंने बालिकाओं के द्वारा प्रस्तुत की गई सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना की तथा उपस्थित लोगों से इस विद्यालय के संचालन में हर संभव सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम को प्रो मंजूर आलम, अब्दुल कासिम एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। संचालन विद्यालय के सचिव महबूब आलम ने किया। मौके पर एनुल हक, कमरून होदा, अनवारुल हक फैजी, कलीमुद्दीन अंसारी, सफाउद्दीन सहित कई लोग उपस्थित थे।