निविदा निस्तारन में बरती गई अनियमितता
जामताड़ा : पिछले दिनों ग्रामीण विकास विभाग जामताड़ा प्रमंडल द्वारा निविदा निस्तारण में हुई अि
जामताड़ा : पिछले दिनों ग्रामीण विकास विभाग जामताड़ा प्रमंडल द्वारा निविदा निस्तारण में हुई अनियमितता की जांच की मांग ठेकेदारों ने की है। इस संबंध में सोमवार को ठेकेदारों ने उपायुक्त को आवेदन दिया है। आवेदन में उल्लेख किया है कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 09/ 17-18 के निविदा निस्तारण में अनियमितता बरती गई है। विभाग द्वारा निर्धारित प्रावधान को दरकिनार कर विभागीय पदाधिकारी के करीबी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया गया है। निविदा नियमावली में अंकित है कि ग्रामीण कार्य विभाग को प्राथमिकता दिया जाय लेकिन निविदा निस्तार में नियमों को ताक पर रख भवन निर्माण विभाग के ठेकेदारों को कार्य आवंटित किया गया है। निविदा निस्तार में हुई अनियमितता की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है।
ठेकेदारों ने कहा कि विभाग के पत्राचार लिपिक अशोक कुमार चौधरी का तबादला आठ माह पूर्व हो गया है। फिर भी विभाग के कार्यपालक अभियंता उन्हें विरमित नहीं कर रहें है। अशोक कुमार चौधरी लिपिक का काम नहीं कर कैशियर का काम कर रहें है। ऐसे में कभी भी विभाग में वित्तीय अनियमितता हो सकती है। अशोक चौधरी को अविलंब हटाने की मांग की है। मौके पर भरत महतो, सोमेन दत्ता, श्यामल मंडल सहित अन्य मौजूद थे। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता प्यारेलाल ने कहा लिपिक की कमी रहने के कारण विरमित नहीं किया गया है। वहीं निविदा का निस्तार नियमानुकूल हुआ है।