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काबिल बनें तो कामयाबी जरूर मिलेगी: बादल

संवाद सहयोगी कुंडहित (जामताड़ा) पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध रहती है

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 12:58 AM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 12:58 AM (IST)
काबिल बनें तो कामयाबी जरूर मिलेगी: बादल

संवाद सहयोगी, कुंडहित (जामताड़ा) : : पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध रहती हैं। इसका लाभ गांव के गरीब बच्चे उठाएं। विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर अपना लक्ष्य हासिल कर समाज व जिला का नाम रोशन करें। ये बातें रविवार देर शाम कुंडहित प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र आमलादही पंचायत में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने कहीं। वे यहां पुस्तकालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे।

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कहा कि एक कहावत है, बेटा काबिल बनें तो कामयाबी झक मारकर पीछे आएगी। उन्होंने कहा कि खूब किस्मत वाली यहां की जनता है कि उन्हें ऐसे उपायुक्त मिले हैं। उपायुक्त की यह पहल सराहनीय है। अधिकारी का भवन, सड़क व अन्य योजनाओं पर विशेष ध्यान रहता है। लेकिन किसी ने शिक्षा पर इतना ध्यान नहीं दिया। कहा कि यहां जब पढ़ाई करेंगे तो परिवर्तन महसूस होगा। दिल्ली, मुंबई जाने का जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, आइएएस, आइपीएस बन कर यहां से निकलेंगे।

मंत्री पत्रलेख ने कहा पुस्तकालय का संचालन का दायित्व कमेटी को है, लेकिन ग्रामीणों का सहयोग जरूरी है।

उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने ग्रामीणों से पुस्तकालय को सही तरीके से चलाने की अपील की। कमेटी के सदस्यों को नियमित पुस्तकालय खोलकर बच्चों के बीच ज्ञान प्रदान करने को कहा । मौके पर डीडीसी नमन प्रियेश लकड़ा, डीआरडीए निर्देशक रामवृक्ष महतो, मुखिया रूपलाल हांसदा, बीडीओ गिरिवर मिज,प्रखंड समन्वयक रफिक हुसैन, थाना प्रभारी दीपक कुमार ठाकुर, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक तथा काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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देर शाम पहुंचे मंत्री

रविवार रात आठ बजे कृषिमंत्री बादल पत्रलेख, डीसी फैज अक अहमद मुमताज, डीडीसी नमन प्रियेश लकड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र आमलादही पहुंचे। रात साढ़े नौ बजे तक आमलादही पंचायत मे रहकर घने जंगल से गुजर कर मुख्यालय लौटे। कुंडहित प्रखड के आमलादही पंचायत को नक्सली प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। आठ किलोमीटर घने जंगल के बीच छोटे-छोटे गांव और टोला है। शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है, लेकिन कृषिमंत्री इसकी परवाह किये ग्रामीणों से जाकर मिले और पुस्तकालय के बारे में विस्तार से जानकारी दी।


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