सोशल मीडिया में फोटो वायरल होने पर हुई शव की शिनाख्त
विद्यासागर (जामताड़ा) विद्यासागर (करमाटांड़) क्षेत्र के जरिडीह जोरिया में सोमवार देर शाम को बरामद अज्ञात 60 वर्षीय महिला के शव की शिनाख्त कर ली गई है। सोशल मीडिया में शव की तस्वीर वायरल होने के बाद उसकी पहचान संभव हो सकी। पुलिस ने सोमवार की शाम को शव के बारे में कई लोगों से पूछताछ की थी पर कुछ सुराग हाथ नहीं लग पाया था। तब पुलिस शव को वहां से उठाकर थाना ले आई थी। देर शाम को वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जब शव का फोटो वायरल हुआ तो घरवालों ने उसकी पहचान की।
विद्यासागर (जामताड़ा) विद्यासागर (करमाटांड़) क्षेत्र के जरिडीह जोरिया में सोमवार देर शाम को बरामद अज्ञात 60 वर्षीय महिला के शव की शिनाख्त कर ली गई है। सोशल मीडिया में शव की तस्वीर वायरल होने के बाद उसकी पहचान संभव हो सकी। पुलिस ने सोमवार की शाम को शव के बारे में कई लोगों से पूछताछ की थी पर कुछ सुराग हाथ नहीं लग पाया था। तब पुलिस शव को वहां से उठाकर थाना ले आई थी। देर शाम को वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जब शव का फोटो वायरल हुआ तो घरवालों ने उसकी पहचान की। शव की पहचान पबिया हरलाटांड़ निवासी कासिम अंसारी की मां सेहरन बीबी के रूप में की गई।
वाट्सएप से पहचान करने के बाद परिजनों ने विद्यासागर थाना को इसकी सूचना दी। परिजनों ने बताया कि मां का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। तीन दिन पूर्व वह घर से निकल गई थी। पुलिस ने परिजनों से लिखित आवेदन लेकर शव को उनके हवाले कर दिया।
--अपनी ही नानी का शव पहुंचाया थाना : पुलिस ने जिस वाहन से सेहरन का शव थाना लाया था, वह शव किसी और का नहीं रिश्ते में वह वाहन चालक की नानी थी। वाहन के चालक को सुबह नानी के शव के बारे में पता चला तो उसे काफी पश्चाताप हुआ कि उसने शव का चेहरा देखा क्यों नहीं था। उसने बताया कि वह घटनास्थल पर शव को देख लेता तो आज परेशानी नहीं होती। थाना प्रभारी रामशरीक तिवारी ने बताया कि जब भी सड़क किनारे व कहीं पर भी अगर किसी घटना क सूचना मिलती है तो लोग उनसे दूर भागने लगते हैं। लोगों को कम से कम सच्चाई जरूर जान लेना चाहिए। शव की पहचान सोमवार को हो जाती है परंतु चालक ने भी शव को देखा ही नहीं।