बेंगलुरु से लौटे युवक होम क्वारंटाइन की उड़ा रहे खिल्ली
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर बाहर से काम करके आए मजदूरों को यहां जिला प्रशासन होम क्वारंटाइन की व्यवस्था बनाई है। होम कोरंटाइन में ऐसे लोगों को घर में ही खुद को कैद रखना है।
फतेहपुर (जामताड़ा) : कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर बाहर से काम करके आए मजदूरों को यहां जिला प्रशासन होम क्वारंटाइन की व्यवस्था बनाई है। होम कोरंटाइन में ऐसे लोगों को घर में ही खुद को कैद रखना है। बाहर कहीं नहीं घूमना है और जरूरत पड़ी तो घर के किसी एक व्यक्ति से ही खाने-पीने आदि में सहयोग लेना है पर सेहत के बचाव से जुड़े इन अहम प्रावधानों का कोरंटाइन से जुड़े लोग खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं।
फतेहपुर के कालीपाथर गांव में होम क्वारंटाइन के नाम पर ऐसे ही घातक रवैया सामने आया है। गांव के बनमाली व विमल मंडल को जांच के बाद होम क्वारंटाइन में घर में ही रहने का निर्देश दिया गया था पर वे होम क्वारंटाइन में नहीं रहते हैं बल्कि इधर-उधर घूमते रहते हैं। साथ ही लोगों से मिलना-जुलना भी उनका निरंतर हो रहा है।
अगैया सरमुंडी पंचायत के कालीपाथर गांव में करीब 10 दिन पहले बनमाली मंडल व विमल मंडल बेंगलुरु से लौटे हैं। जांच के बाद उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश चिकित्सकों ने दिया था। इसका अनुपालन वे पहले दिन से ही नहीं कर रहे। बनवाली मंडल ने बताया कि उनकी जांच हो चुकी है। वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। घर के सभी लोग साथ में रहते हैं। पता करने पर विमल मंडल घर में नहीं मिले। वे कहीं बाहर तफरीह करने गए थे। उनके पिताजी सुभाष मंडल ने बताया कि घर पर ही रहता है, लेकिन अभी कहीं गया है। स्वास्थ्य सहिया मीरा देवी ने बताया कि बार-बार कहने के बावजूद यह लोग होम क्वारंटाइन का पालन नहीं कर रहे। बार-बार इसकी जांच की जा रही है।