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मौत के साए में फर्राटे भर रही जिंदगी

उत्क्रमित मध्य विद्यालय सारसकुंडा परिसर से गुजरे हाई टेंशन तार से अभिभाव व विद्यालय प्रबंधन चितित

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 06:48 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 06:48 PM (IST)
मौत के साए में फर्राटे भर रही जिंदगी

संवाद सहयोगी, नाला: शैक्षणिक अंचल नाला अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय सारसकुंडा परिसर में झूलता हुआ बिजली तार अभिभावकों के चिता का कारण बना हुआ है। ऐसा इसलिए कि विद्यालय में करीब 150 बच्चे अध्ययनरत हैं। कक्षा संचालन के अलावा अन्य समय बच्चे इसी परिसर में खेलकूद करते हैं, धमाचौकड़ी मचाते हैं। ऐसे में यह बिजली का तार हादसे के लिए संशकित किए हुए है। दुर्घटना की आशंका को लेकर विद्यालय प्रबंधन भी परेशान है।

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प्रधानाध्यापक विपद वरण कविराज ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा विद्यालय परिसर होकर तार गुजारते समय विरोध भी किया गया है। इस बिजली की तार को हटाने को लेकर विद्यालय प्रबंधन द्वारा बिजली विभाग के साथ-साथ प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, बीडीओ व जिला प्रशासन को भी आवेदन देकर बिजली तार हटाने की मांग किया गया है।

मालूम हो कि तीन-चार साल से ग्रामीणों द्वारा तार हटाने की मांग की जा रही है। लेकिन अब तक बिजली तार हटाने की दिशा में सकारात्मक पहल नहीं हो सकी। बता दें कि इस तार को हटाने तथा नग्न तार को कवर लगाने की मांग भी की गई है। नप्रतिनिधियों द्वारा पंचायत समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित कर जिला प्रशासन तक भेजा गया है। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।

क्या कहते हैं अभिभावक

करुण बाउरी का कहना है कि शिक्षा विभाग, बिजली विभाग, जनप्रतिनिधि आदि को बिजली तार हटाने को लेकर मांग रखी गई है। कहा कि पंचायत समिति की बैठक में भी बिजली तार हटाने की मांग को रखा गया है।

करुन बाउरी अभिभावक, फोटो नं. 4

विभाग के अलावा स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ जिला प्रशासन के समक्ष समस्या को रखा गया है लेकिन समस्या समाधान नहीं हुआ है। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।

अक्षय घोष अभिभावक, फोटो नं. 3 गांव के दुर्गा दत्त तिवारी का कहना है कि अभिभावकों द्वारा संबंधित बिजली विभाग के अलावा बीडीओ, डीसी, डीडीसी तक को आवेदन देकर तार हटाने की मांग की गई है लेकिन तार हटाने की दिशा में सकारात्मक पहल नहीं की गई। इससे अभिभावकों के बीच चिता सताने लगी। तार नहीं हटाए जाने पर ग्रामीण आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

दुर्गा दत्त तिवारी अभिभावक, फोटो नं. 5

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विद्यालय परिसर में बिजली की नग्न तार को देखकर गांव के अभिभावक काफी चितित हैं। प्रबंधन की ओर से बिजली तार हटाने को लेकर बिजली विभाग, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, बीडीओ के साथ-साथ जिला प्रशासन को आवेदन दिया गया। करीब तीन-चार साल से आवेदन देते आ रहे हैं लेकिन बिजली तार नहीं हटाया गया। जिससे विद्यालय में कभी भी दुर्घटना घट सकती है। जिला प्रशासन से मांग की कि बिजली तार को हटाने की दिशा में पहल किया जाय।

परिमल मिश्रा, प्रबंधन समिति अध्यक्ष, सारसकुंडा मवि

फोटो नं. 2 ----------------

विद्यालय परिसर में विद्यालय निर्माण के बाद तार गुजरा है। इस तार को हटाने को लेकर शिक्षा विभाग के साथ-साथ बिजली विभाग तथा उच्चाधिकारियों को प्रबंधन के माध्यम से अवगत कराकर तार हटाने की मांग की गई है, लेकिन तार अब तक नहीं हटाया गया। कहा कि विद्यालय में करीब 150 छात्र-छात्राएं हैं। हाईटेंशन बिजली तार के कारण कभी भी दुर्घटना घट सकती है। जल्द से जल्द तार हटाने की दिशा में पहल की जाए ताकि दुर्घटना का सामना नहीं करना पड़े।

विपद वरण कविराज प्रधानाध्यापक मवि सारसकुंडा,

फोटो नं. 6


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