बच्चों में खून की कमी से होती बीमारियां
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा)राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम पर विद्यालय से लेकर आंगनबाड़ी केंद्र क
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा):राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम पर विद्यालय से लेकर आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाना है। 15 सितंबर से 30 सितंबर तक सहिया घर-घर जाकर एल्बेंडाजोल की दवा 1 साल से 19 साल तक के बच्चों को खिलाएंगी। इस बार एक दिन का कार्यक्रम न होकर कोरोना संक्रमण काल के कारण 15 दिन का कार्यक्रम होगा। यह निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविद कुमार दास ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक कर दिया ।
उन्होंने कहा कि अधिकांश बच्चों में पेट से संबंधित अधिक बीमारियों का खतरा होता है। इस वजह से बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, उल्टी व दस्त होना तथा वजन में कमी होना का दुष्प्रभाव दिखता है। गंदे हाथों से घर की सारी चीजों को छूना, बिना हाथ- पैर धोकर कुछ भी खा लेना, बिना ढका हुआ पानी पीना आदि लापरवाही की वजह से बच्चों के पेट में बीमारियों होती हैं। जो कभी-कभी घातक भी साबित हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को वर्ष में दो बार एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाती है। मौके पर बीपीएम अखिलेश सिंह , मुकेश कुमार, प्राणेश मिश्रा, अरुण कुमार, नंदिनी कुमारी, ममता लता , बिना तिर्की, खुशबू चौधरी, मीरा सिन्हा, अनिता कुमारी, वन्दना गुप्ता ,एलिना तिर्की आदि उपस्थित थे ।