पांच दर्जन विद्यालयों को धुएं से नहीं मिली मुक्ति
जामताड़ा : सरकारी विद्यालयों मे मध्याह्न भोजन बनाने में रसोइया को धुआं से मुक्ति दिलाने को स्कू
जामताड़ा : सरकारी विद्यालयों मे मध्याह्न भोजन बनाने में रसोइया को धुआं से मुक्ति दिलाने को स्कूली एवं साक्षरता विभाग ने वित्तीय वर्ष 17-18 के मार्च माह में जिले को एलपीजी गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया था। लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी महज 90 फीसदी विद्यालयों को ही एलपीजी कनेक्शन मिला है। इससे लगभग पांच दर्जन विद्यालयों के रसोइयों को धुआं से मुक्ति नहीं मिली है।
बता दें कि जिले में 1015 प्राथमिक, मध्य, उत्क्रमित मध्य व उत्क्रमित उच्च विद्यालय संचालित हैं। पिछले मार्च-अप्रैल माह में सभी विद्यालयों को गैस कनेक्शन व गैस सिलिंडर, चूल्हा लेने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति के बैंक खाता में राशि आवंटित करी गई थी। साथ ही क्रय करने संबंधित विभागीय मार्ग दर्शन उपलब्ध कराया था। गैस सिलिंडर व चूल्हा क्रय करने में शिक्षा परियोजना कर्मी द्वारा अध्यक्ष व संयोजिका को सहयोग भी किया गया है। इसके बाद भी जिले के पांच दर्जन विद्यालयों में राशि उपलब्ध रहने के बाद भी समिति ने गैस सिलिंडर व चूल्हा का क्रय नहीं किया है।
ये है परेशानी : गैस सिलिंडर व चूल्हा क्रय करने की जिम्मेवारी स्कूल प्रबंधन समिति को है। स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक कर क्रय पर सहमति लेनी थी, लेकिन करीब पांच दर्जन विद्यालयों में स्कूल प्रबंधन समिति में आपसी मतभेद रहने के कारण गैस चूल्हा व सिलिंडर की खरीदारी नहीं हो पाया है। वहीं इन विद्यालयों में गैस सिलिंडर चूल्हा खरीदने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति पर दबाव बनाया जा रहा है।
प्रखंड शिक्षा कार्यालय में जमा होता उपयोगिता : प्रखंड स्तरीय शिक्षा विभाग के कार्यालय में गैस सिलिंडर व चूल्हा क्रय संबंधित उपयोगिता जमा होता है। इसी कारण प्रखंड कार्यालय से प्राप्त प्रतिवेदन पर ही जिला कार्यालय को संतोष करना पड़ रहा है।
-वर्जन :
जिन विद्यालयों में अब तक गैस चूल्हा, सिलिंडर व कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध नहीं है वैसे विद्यालयों के स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व संयोजिका को तीन दिनों का समय दिया गया है। उपयोगिता जमा नहीं किया गया तो प्रबंधन समिति पर कार्रवाई की जाएगी। जिला स्तरीय टीम प्रत्येक विद्यालय भ्रमण कर गैस सिलिंडर व चूल्हा का निरीक्षण करेगी। इस दौरान बगैर क्रय किये उपयोगिता प्रमाणपत्र जमा किया गया है तो विभागीय कार्रवाई तय है।
बांके बिहारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जामताड़ा